By अभिनय आकाश | Jan 20, 2022
मणिपुर में विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियों में तमाम राजनीतिक पार्टियां जुटी है। सभी पार्टियों की तरफ से जनता को लुभाने के वादे और चुनावी वादे किए जा रहे हैं। कोरोना महामारी के दौर में चुनावी रैलियों पर रोक के बाद राजनीतिक दल सोशल मीडिया और डिजिटली मोड में है। इसी कड़ी में राज्य की सत्ता में काबिज बीजेपी सरकार की उपलब्धियां गिना रही है। लोगों को ये विश्वास दिला रही है कि बीजेपी सरकार के राज में राज्य ने कई तरक्कियां हासिल की है और आगे भी करेगी। मणिपुर में पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आगामी चुनावों में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए हर तरह से सक्रिय हैं। 2017 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन ने सत्ता हासिल किया था।
सरकार की उपलब्धियों पर एक नजर
राज्य सरकार ने पहाड़ियों और घाटियों के बीच बने पुल को हटाने के लिए 'गो-टू हिल्स' और 'गो-टू विलेज' पहल शुरू की है।
पूर्वोत्तर 11,000 करोड़ रुपये के ऑयल-पाम मिशन का केंद्र भी है। मणिपुर में काम जोर-शोर से चल रहा है। सरकार उद्योगों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान कर रही है।
सरकार राज्य में एक आधुनिक खेल विश्वविद्यालय की स्थापना कर रही है। इससे वैश्विक खेल मंचों पर भारत की आकांक्षाओं को बल मिलेगा।
मणिपुर में राष्ट्रीय राजमार्गों पर तेजी से काम चल रहा है और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ग्रामीण सड़कों का निर्माण किया जा रहा है।
प्राकृतिक गैस पाइपलाइन अब पूर्वोत्तर तक भी पहुंच रही है। इन सुविधाओं और कनेक्टिविटी से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार बढ़ेगा।
बराक रिवर ब्रिज मणिपुर राज्य के लिए एक नई जीवन रेखा और एक नया ऑल वेदर कनेक्टिविटी चैनल है। थौबल बहुउद्देशीय परियोजना और तामेंगलोंग जलापूर्ति योजना इस क्षेत्र के सभी लोगों के लिए स्वच्छ पेय उपलब्ध करा रही है।
मणिपुर इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स की स्थापना से राज्य की संस्कृति का और संरक्षण होगा।
जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत, पाइप जल नेटवर्क मणिपुर के 60% तक पहुंच गया है।
दो चरणों में चुनाव
साल 2017 के विधानसभा चुनाव में 28 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद कांग्रेस राज्य में सरकार बनाने में नाकाम हो गई थी। बीजेपी, जिसने 21 सीटें हासिल की थीं, ने नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के चार विधायकों, नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के चार सदस्यों, तृणमूल कांग्रेस के एकमात्र विधायक और एक निर्दलीय सदस्य के समर्थन से गठबंधन सरकार बनाई। इस बार मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में 27 फरवरी और तीन मार्च को मतदान होगा। मतों की गिनती 10 मार्च को होगी।