मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में मंगलवार को किसान आंदोलन के दौरान गोलीकांड में पांच किसानों की मौत एवं छह लोगों के घायल होने से आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने आज मंदसौर के कलेक्टर स्वतंत्र कुमार सिंह के साथ यहां बरखेड़ा पंथ इलाके में कथित रूप से धक्कामुक्की एवं मारपीट की। कलेक्टर सिंह से जब उन पर हुए हमले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘‘इस संबंध में मुझे कुछ नहीं कहना है।’’ यह पूछे जाने पर कि उनके साथ हुई धक्कामुक्की एवं मारपीट के खिलाफ क्या वह कार्रवाई करेंगे, उन्होंने कहा, ‘‘यह पुलिस का काम है।’’ घटना आज सुबह मंदसौर से 18 किलोमीटर दूर बरखेड़ा पंथ गांव में उस वक्त हुई, जब कलेकटर सिंह एवं पुलिस अधीक्षक ओमप्रकाश त्रिपाठी मंगलवार को गोलीकांड में मारे गये किसान अभिषेक पाटीदार के घर सुबह शोक संवेदना प्रकट करने और उनके परिजनों से बात करने गये थे।
इस बीच, वहां जमा हुई 5,000 से अधिक प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने पिपलिया मंडी थाना प्रभारी अनिल सिंह ठाकुर के खिलाफ मंगलवार को हुई गोलीबारी के लिए भादंवि की धारा 302 के तहत मामला दर्ज कर मुकदमा चलाने की मांग की और प्राथमिकी की प्रति देने को भी कहा। प्रदर्शनकारी अभिषेक को मध्य प्रदेश सरकार से शहीद का दर्जा देने की मांग भी कर रहे थे। इस पर कलेक्टर सिंह ने प्रदर्शनकारियों से कहा, ‘‘आपकी मांगों पर बातचीत करेंगे और न्यायिक जांच करेंगे।’’ कलेक्टर की यह बात सुनकार प्रदर्शनकारी भड़क गये और कलेक्टर के साथ धक्कामुक्की करने के बाद मारपीट करने लगे। धक्कामुक्की एवं मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बरखेड़ा पंथ गांव के सरपंच दिनेश कारपेंटर ने कहा, ‘‘प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर के साथ धक्कामुक्की एवं मारपीट की। इस घटना के तुरंत बाद हमने कलेक्टर को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला।’’
इसी दौरान, मंदसौर में ड्यूटी पर तैनात उज्जैन रेंज के पुलिस महानिरीक्षक वी. मधुकुमार ने कहा, ‘‘मुझे भी पता चला है कि मंदसौर कलेक्टर के साथ कुछ घटना हुई है। लेकिन, क्या हुआ है, मुझे इसकी जानकारी ठीक-ठीक नहीं है।’’
पुलिस महानिरीक्षक मधुकुमार ने बताया कि जिन पांच किसानों की मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान मौत हो गई थी, उनका आज अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उन्होंने दावा किया कि मंदसौर में अब स्थिति नियंत्रण में है।
इस बीच, कांग्रेस की मंदसौर लोकसभा की पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को आज मंदसौर जिले के नाहरगढ़ इलाके में उस वक्त हिरासत में ले लिया गया, जब वह मंगलवार को मारे गये किसानों के परिजनों से मिलने उनके घर जा रही थीं। अन्य कांग्रेस नेता भी मंगलवार को मारे गये किसानों के परिजनों से मिलने के लिए आज मंदसौर जा रहे हैं। अपनी उपज के वाजिब दाम सहित 20 मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के किसान एक जून से 10 जून तक आंदोलन पर हैं। इसी आंदोलन के छठे दिन मंगलवार को मंदसौर जिले में कथित रूप से पुलिस गोलीबारी में पांच किसानों की मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गये। इस घटना के बाद प्रशासन ने तनावग्रस्त पिपल्यामंडी थाना क्षेत्र एवं मंदसौर शहर में कर्फ्यू लगा दिया और जिले के शेष इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी। हालांकि, जिले के अधिकारियों का कहना है कि किसानों की मौत पुलिस फायरिंग में नहीं हुई है। उनका कहना है कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई। घटना के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हिंसा को भड़काने में विपक्षी पार्टी कांग्रेस का हाथ है। हालांकि, कांग्रेस ने इसका खंडन किया है।