By अभिनय आकाश | Sep 18, 2024
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घाटाल के सिमोलिया गांव में बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार डैम से जो पानी छोड़ा गया है, 2009 के बाद से इस मात्रा में अब तक कभी पानी नहीं छोड़ा गया। मैंने उनसे अनुरोध किया था कि अधिक मात्रा में पानी न छोड़ा जाए इसके बावजूद 3.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हम डीवीसी के इस रवैये से नाराज़ हैं। यह मानव निर्मित बाढ़ की स्थिति बनाई गई। घाटाल को लेकर केंद्र सरकार के पास मास्टर प्लान की अर्जी दी गई लेकिन उन्होंने भी कुछ नहीं किया। राज्य सरकार की ओर से डीपीआर की व्यवस्था की जा रही है। यह डेढ़ हजार करोड़ का प्लान है।
पश्चिम बंगाल और झारखंड में भारी बारिश के बाद बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद पश्चिम बंगाल के हावड़ा, हुगली, बीरभूम, पश्चिम मिदनापुर, पूर्वी मिदनापुर, झारग्राम, बांकुरा, पुरुलिया, पश्चिम बर्दवान और पूर्वी बर्दवान जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सलाहकार अलपन बंद्योपाध्याय ने कहा कि भारी बारिश हुई है और डीवीसी दामोदर नदी पर पंचेत बांध और बराकर नदी पर मैथन बांध से पानी छोड़ रहा है। पश्चिम बंगाल के गंगा तट पर बने गहरे दबाव के कारण सप्ताहांत और सोमवार को दक्षिण बंगाल में भारी बारिश हुई। मौसम प्रणाली सोमवार को झारखंड की ओर बढ़ गई।
हिमाचल प्रदेश में बारिश के कारण कुल 54 सड़कों पर आवाजाही बंद है और बिजली आपूर्ति बाधित है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) ने यह जानकारी दी। स्थानीय मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को राज्य के छह जिलों के अलग-अलग इलाकों में आंधी और आकाशीय बिजली गिरने का ‘येलो’ अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सोमवार शाम से राज्य में मौसम काफी हद तक शुष्क रहा हालांकि बैजनाथ और डलहौजी जैसे कुछ स्थानों को छोड़कर, जहां क्रमश: चार मिलीमीटर (मिमी) और एक मिमी बारिश हुई।