पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर-भाजपा नेताओं को पत्र लिखा है। अपने इस पत्र में ममता ने लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और सरकार द्वारा ‘‘हमलों’’ पर प्रकाश डाला गया है। ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, एम.के. स्टालिन, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल, नवीन पटनायक को पत्र में लिखा कि मेरा मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ एकजुट होकर प्रभावी ढंग से संघर्ष करने का समय आ गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने पत्र में कहा कि गैर-भाजपा दलों द्वारा शासित राज्यों में केन्द्र राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग कर निर्वाचित सरकारों के लिए समस्याएं पैदा कर रहा है। बनर्जी ने कहा कि एनसीटी विधेयक का पारित होना एक ‘‘गंभीर विषय’’ है, भाजपा सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित सरकार की सभी शक्तियों को छीन लिया है। एनसीटी विधेयक का जिक्र करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उपराज्यपाल को दिल्ली का अघोषित वायसराय बना दिया गया, जो गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के लिए एक प्रतिनिधि (प्रॉक्सी) के रूप में काम कर रहे हैं।