बीसीसीआई के प्रमुख और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के राजनीति में आने की अटकलें पूरे बंगाल विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा चर्चा में रही। सौरव गांगुली ऐसी शख्सियत हैं जिन्हें हर पार्टी अपने पाले में करने की भरपूर कोशिश में लगा रहा। आज सौरव गांगुली का 49वां जन्मदिन है और इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उन्हें शुभकामनाएं देने खुद पूर्व भारतीय कप्तान के दरवाजे पर पहुंच गईं। बता दें कि ये पहला मौका है जब मुख्यमंत्री गांगुली के बेहला स्थित आवास पर आईं हो।
ममता के सौरव के घर जाकर उन्हें जन्मदिन की बधाई देने के सियासी मायने खूब निकाले जा रहे हैं। गौरतलब है कि सौरव को बंगाल क्रिकेट संघ का अध्यक्ष बनाने में ममता की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी। हालांकि बाद में बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद सौरव ने यह पद छोड़ दिया था। जनवरी के महीने में सौरव के हॉस्पिटल में एडमिट होने पर ममता उन्हें देखने वहां भी गईं थीं। कहा तो ये भी जाता है कि हॉस्पिटल से घर आने के बाद भी ममता लगातार फोन पर सौरव का हालचाल लेती रहती थीं।
ये तो सभी जानते हैं कि पश्चिम बंगाल की सरजमीं पर जन्में सौरव गांगुली ने अपने जुझारू एवं आक्रामक तेवर से भारतीय क्रिकेट की सूरत ही बदल दी। बाएं हाथ के इस मध्यक्रम के बल्लेबाज ने भारतीय क्रिकेट में आत्मविश्वास भरा और टीम को आखिरी गेंद तक भी हार नहीं मानने वाली टीम में रूपांतरित कर दिया। लेकिन सियासत में उनकी एंट्री को लेकर लगातार बातें उठती रहती हैं। कयास ये भी लगाए जा रहे थे कि बीजेपी का प्लान बंगाल चुनाव में सौरव को ममता के खिलाफ चेहरा बनाने की थी। लेकिन सौरव ने राजनीति में कदम रखने की बात से साफ इनकार कर दिया।