Mamata Banerjee को पहले से ही थी शिक्षक भर्ती घोटाले की जानकारी, TMC के पूर्व महासचिव कुणाल घोष ने किया बड़ा दावा

By अभिनय आकाश | May 02, 2024

पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व महासचिव कुणाल घोष ने गुरुवार को कहा कि पार्टी को राज्य में 2021 विधानसभा चुनाव से पहले ही स्कूल भर्ती घोटाले के बारे में पता था। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी स्कूली शिक्षा विभाग में नौकरियों के बदले बड़े पैमाने पर हो रहे भ्रष्टाचार और जबरन वसूली से अच्छी तरह वाकिफ है। करीबी माने जाने वाले पूर्व टीएमसी नेता ने कहा कि पार्टी इस तथ्य से अच्छी तरह वाकिफ थी कि स्कूल शिक्षा विभाग में नौकरियों के बदले बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और जबरन वसूली हो रही थी। पार्टी को 2021 के विधानसभा चुनावों से पहले ही इसकी जानकारी थी। 

इसे भी पढ़ें: केंद्र के नियंत्रण में नहीं है CBI, पश्चिम बंगाल मामले में सुप्रीम कोर्ट में मोदी सरकार ने जानें क्या कहा?

पश्चिम बंगाल स्कूल भर्ती घोटाला मामला

पूर्व महासचिव कुणाल घोष ने यह भी दावा किया कि इस भ्रष्टाचार और जबरन वसूली की जानकारी के कारण ही पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी को 2021 विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद शिक्षा मंत्रालय से उद्योग विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया था। घोष का बयान कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में आयोजित राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से की गई सभी नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश देने के एक सप्ताह बाद आया है, जिसमें भर्ती प्रक्रिया को अमान्य घोषित किया गया है। हालाँकि, टीएमसी ने कहा है कि 2022 में चटर्जी की गिरफ्तारी तक पार्टी को घोटाले की जानकारी नहीं थी।

इसे भी पढ़ें: West Bengal: 'TMC से अच्छा BJP को दे दो वोट', अधीर रंजन का वीडियो हुआ वायरल, कांग्रेस की भी आई प्रतिक्रिया

कलकत्ता उच्च न्यायालय के फैसले के बाद, लगभग 26,000 लोगों ने अपनी नौकरियाँ खो दीं। जुलाई 2022 में, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पार्थ चटर्जी को एसएससी घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया था।

गिरफ़्तारी के बाद चटर्जी को राज्य मंत्रिमंडल से हटा दिया गया। विधायक माणिक भट्टाचार्य और जीबन कृष्ण साहा सहित कई टीएमसी नेताओं को घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। यह बयान घोष को भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार के साथ मंच साझा करने के बाद टीएमसी पश्चिम बंगाल महासचिव के पद से हटाए जाने के एक दिन बाद आया है। 

प्रमुख खबरें

Political Party: उद्धव ठाकरे के हाथ से कैसे फिसली पिता बालासाहेब की विरासत, 58 साल पहले हुई थी पार्टी की स्थापना

Kanyakumari Shakti Peeth Darshan: तमिलनाडु के कन्याकुमारी शक्तिपीठ में हर रोज होते हैं चमत्कार, जानिए पौराणिक कथा

हिमाचल प्रदेश के CM सुक्खू को नहीं मिला इवेंट में समोसा, सारा कैसे खा गए सुरक्षाकर्मी? CID ने बैठा दी जांच, जानें पूरा मामला

Delhi Pollution: AQI बहुत खराब श्रेणी में पहुंचा, धुंध की चादर में लिपटा शहर, कम हुई दृश्यता