By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 03, 2020
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर आरोप लगाया कि वह कोरोना वायरस संकट के दौरान ‘‘सत्ता हड़पने’’ की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके और राज्य मंत्रियों एवं अधिकारियों के खिलाफ राज्यपाल के बयानों को ‘अपमानजक’ करार दिया जा सकता है। इसके जवाब में राज्यपाल ने कहा कि ‘‘यह झगड़ने का समय नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पत्र ‘‘तथ्यों और कानून, दोनों आधार पर मजबूत नहीं है’’। उन्होंने कहा कि वह उत्तर भेजेंगे क्योंकि वह ‘‘ऐसी बात को स्वीकार नहीं कर सकते जो संविधान के मूल को कमजोर करती है’’। मुख्यमंत्री को पिछले हफ्ते राज्यपाल ने दो पत्र भेजे थे, जिसके बाद ममता ने यह तीखी टिप्पणी की है।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल उनकी (मुख्यमंत्री की) नीतियों से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से इसे उनके संज्ञान में लाने के अलावा उनके पास और कोई शक्ति नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘संकट की इस घड़ी में सत्ता हड़पने की अपनी कोशिशों तेज करने से बाज आने की मैं आपसे विनती करती हूं...आपको सोशल मीडिया पर अपने लगातार ट्वीट में आधिकारिक पत्र/ लोगो इस्तेमाल करने से दूर रहना चाहिए।’’ इस बीच, राज्य भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा, ‘‘ राज्यपाल ने राज्य सरकार की विफलताओं पर उंगली उठाकर सही किया। मुख्यमंत्री इन पत्रों के जरिए ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही हैं।’’ तृणमूल के नेता पार्थ चटर्जी ने कहा कि राज्यपाल विपक्ष के नेता की तरह व्यवहार कर रहे हैं।