By नीरज कुमार दुबे | Oct 17, 2023
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा है कि यदि इंडिया गठबंधन 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद सत्ता में आता है तो कांग्रेस पार्टी मल्लिकार्जुन खरगे या राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में नामित कर सकती है। देखा जाये तो थरूर ने कुछ गलत नहीं कहा है लेकिन जब इंडिया गठबंधन ने अपना कोई नेता या प्रधानमंत्री उम्मीदवार ही तय नहीं किया है तब ऐसे बयान विपक्षी नेताओं के बीच अविश्वास बढ़ा सकते हैं। खासतौर पर जब ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, नीतीश कुमार और शरद पवार जैसे कई नेता प्रधानमंत्री पद के आकांक्षी हैं, तब कांग्रेस द्वारा एकतरफा रूप से अपने नेताओं के नाम घोषित करना विपक्षी गठबंधन की मुश्किलें बढ़ायेगा। भाजपा ने तो हमला बोल भी दिया है और कहा है कि विपक्षी गठबंधन में बिखराव साफ नजर आ रहा है वहीं इंडिया गठबंधन के दलों की इस मुद्दे पर चुप्पी दर्शा रही है कि वह भी नाखुश हैं।
हम आपको यह भी बता दें कि यह तो शशि थरूर के बयान का एक पक्ष था। उनके बयान का दूसरा पक्ष यह है कि उन्होंने यह भी कहा है कि राहुल गांधी या मल्लिकार्जुन खरगे प्रधानमंत्री उम्मीदवार इसलिए बन सकते हैं क्योंकि कई मायनों में कांग्रेस परिवारवादी पार्टी है। हम आपको बता दें कि तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम में सवालों के जवाब में थरूर ने यह बातें कही हैं। उन्होंने कहा कि अगर इंडिया गठबंधन जीतता है तो कांग्रेस खरगे का नाम आगे कर सकती है। खरगे प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह देश के पहले दलित प्रधानमंत्री होंगे। थरूर ने खुद को प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी से बाहर बताते हुए यह भी कहा कि खरगे के अलावा राहुल गांधी का नाम आगे किया जा सकता है क्योंकि कांग्रेस को कई मायनों में एक परिवार चला रहा है। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि भारत में योग्यता मायने नहीं रखती क्योंकि हमारे यहां जो लोकतांत्रिक पद्धति है उसमें पार्टियां तय करती हैं कि कौन नेता बनेगा या किसका नाम आगे किया जायेगा।
बहरहाल, भाजपा ने शशि थरूर के बयानों के आधार पर कांग्रेस को घेरते हुए कहा है कि उसके नेता अब यह खुद मान रहे हैं कि कांग्रेस परिवारवादी पार्टी है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद जयहिंद ने कहा है कि विपक्षी गठबंधन की बैठक के बिना ही यह लोग प्रधानमंत्री पद पर दावेदारी जता रहे हैं और नाम भी आगे कर रहे हैं जो दर्शा रहा है कि इस गठबंधन में कितना आपसी विरोधाभास है।