By अंकित सिंह | Oct 03, 2024
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर महाराष्ट्र में सियासी हलचल तेज है। यहां मुख्य रूप से दो गठबंधनों के बीच मुकाबला होना है। एक ओर जहां सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन है जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) शामिल है। वहीं दूसरी ओर महाविकास अघाड़ी गठबंधन है जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की पार्टी और शरत पवार की पार्टी शामिल है। पार्टियों के बीच सीटों का बंटवारा काफी पेचीदा रहता है।
वहीं, भाजपा और सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के लिए अच्छी खबर आ रही है। दावा किया जा रहा है कि भाजपा, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना, अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सीटों के बंटवारे पर मुहर लगभग लग गई है। इसका मतलब ये है कि तीनों दलों के बीच सीटों का बंटवारा लगभग पूरा कर लिया गया है। एक टीवी टैनल के सूत्रों ने बताया कि बीजेपी सबसे ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी, उसके बाद सेना और एनसीपी का नंबर आएगा।
सूत्रों ने दावा किया कि भाजपा के 150 से 155 सीटों, सेना के 90-95 सीटों और राकांपा के 40-45 सीटों के बीच चुनाव लड़ने की संभावना है। सीट बंटवारे की व्यवस्था को अंतिम रूप देने के लिए गठबंधन नेताओं के बीच कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। सूत्रों ने यह भी संकेत दिया है कि गठबंधन चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले सीट-बंटवारे की व्यवस्था की घोषणा करने की स्थिति में होगा। गठबंधन सहयोगियों ने कई सर्वेक्षण कराए हैं। किसी को भी टिकट देने का सबसे महत्वपूर्ण मानदंड जीतने की क्षमता है। यह भी पता चला है कि मौजूदा उम्मीदवारों के मामले में केवल 5-10% सीटों पर ही बदलाव की उम्मीद है।
मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने शनिवार को साथी चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और एसएस संधू के साथ महाराष्ट्र में चुनाव तैयारियों की समीक्षा की। इस दौरान राजीव कुमार ने राज्य पुलिस अधिकारियों को लोकसभा चुनाव के दौरान राज्य में दर्ज चुनावी अपराधों की जांच में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हम यहां महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए आये हैं। हमने राष्ट्रीय पार्टियों और क्षेत्रीय पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की।
चुनाव आयुक्त ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है इसलिए चुनाव उससे पहले पूरा करना होगा। राज्यों में कुल मतदाता 9.59 करोड़ हैं, जिनमें पुरुष 4.59 करोड़ और महिला 4.64 करोड़ हैं...18-19 वर्ष के पहली बार मतदाता काफी उत्साहजनक हैं, लगभग 19.48 लाख। सीईसी ने डीईओ से उन मतदाताओं के मार्गदर्शन के लिए उचित संकेत और दिशानिर्देश सुनिश्चित करने को भी कहा जहां एक ही स्थान पर कई मतदान केंद्र हैं।