By अंकित सिंह | Jul 08, 2023
महाराष्ट्र की राजनीति में उठापटक जारी है। अजित पवार के साथ आठ अन्य राकांपा विधायकों के शिंदे-भाजपा सरकार में शामिल होने के बाद कयासों का दौर जारी है। कैबिनेट फेरबदल की चर्चा के बीच, शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि एकनाथ शिंदे का मुख्यमंत्री पद खतरे में हो सकता है। 'सरकार में बदलाव' पर उनकी भविष्यवाणी तब आई है जब ऐसी खबरें सामने आईं कि भाजपा द्वारा दरकिनार किए जाने और पवार के उत्थान की आशंकाओं के कारण शिंदे खेमे में परेशानी बढ़ रही है।
आदित्य ठाकरे ने दावा किया कि मैंने सुना है कि सीएम (एकनाथ शिंदे) को इस्तीफा देने के लिए कहा गया है और (सरकार में) कुछ बदलाव हो सकता है। वहीं, पार्टी के एक अन्य नेता ने कहा कि शिंदे खेमे के 20 विधायक हमारे संपर्क में हैं। हालांकि, शिंदे ने एनसीपी नेताओं को शामिल किए जाने को लेकर शिवसेना में विद्रोह से इनकार किया है और कहा है कि उनकी स्थिति को कोई खतरा नहीं है। नए मुख्यमंत्री की अटकलों को खारिज करते हुए, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि विपक्ष जानबूझकर भ्रम पैदा कर रहा है और शिंदे सीएम बने रहेंगे। अपने गठन के एक साल बाद, शिंदे-फडणवीस सरकार के अगले सप्ताह दूसरे कैबिनेट विस्तार की उम्मीद है।
शिंदे ने कहा कि राज्य की शिवसेना-भाजपा सरकार में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता अजित पवार के शामिल होने से उन्हें कोई खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें तब होती हैं जब पार्टी के मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जाती है। अजित पवार ने खुद कहा है कि वह शरद पवार ही थे जो पहले 2017, 2019 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन चाहते थे लेकिन बाद में उन्होंने ‘यू-टर्न’ ले लिया। उन्होंने यह भी बताया कि शरद पवार ने खुद 1978 में तत्कालीन मुख्यमंत्री वसंतदादा पाटिल और 1999 में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ विद्रोह किया था। उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने की अटकलों को खारिज करते हुए शिंदे ने कहा कि ये बेबुनियाद अफवाहें हैं और इसे लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं है।