मुंबई के चेंबूर के ट्रॉम्बे इलाके में नवरात्रि उत्सव के बाद भाजपा विधायक नितेश राणे ने एक मस्जिद के सामने महा आरती को लेकर चुनौती जारी की है। राणे ने कहा कि यह पाकिस्तान नहीं है। यह एक हिंदू राष्ट्र है। मैं कहीं भी जा सकता हूं। बाबासाहेब अंबेडकर के संविधान के तहत, मैं जहां चाहूं वहां महाआरती करने के लिए स्वतंत्र हूं। उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने पुलिस को सूचित किया था कि अगर किसी ने हिंदू समुदाय को नवरात्रि मनाने से रोकने का प्रयास किया, तो वह मस्जिद के सामने महा आरती करेंगे।
राणे ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें देशभक्त मुसलमानों से कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन उन्होंने उन लोगों के बारे में चिंता व्यक्त की जो पत्थर फेंककर या बाधाएं पैदा करके हिंदू त्योहारों या जुलूसों को बाधित करते हैं। इस बयान ने क्षेत्र में धार्मिक समारोहों को लेकर चल रहे तनाव को उजागर करते हुए महत्वपूर्ण विवाद और बहस छेड़ दी है। इससे पहले, अमरावती जिले के अचलपुर में एक हिंदू धार्मिक सभा में दिए गए भाषण के दौरान धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में राणे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उन्होंने कथित तौर पर अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की, जिसके कारण प्राथमिकी दर्ज की गई। राणे के खिलाफ पहले भी उनके विवादित बयान को लेकर अहमदनगर में इसी तरह का मामला दर्ज किया गया था।