दरअसल, राहुल सिंह लोधी 2018 के विधानसभा चुनाव में पहली बार दमोह विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकिट पर विधायक चुने गए थे। उन्होंने इस चुनाव में 7 बार से लगातार चुनाव जीत रहे भाजपा के कद्दावर नेता और तत्कालीन वित्तमंत्री जयंत मलैया को हराया था, लेकिन 15 महीने बाद कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद प्रदेश में चली राजनीतिक उठापठक के बीच उपचुनाव के दौरान राहुल सिंह लोधी अचानक विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए थे। खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई थी। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस यहां किसे उम्मीदवार बनाती है।