By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 27, 2023
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी को यहां की एक अदालत ने एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ हिंसा को उकसावा देने के आरोप में शुक्रवार को 14 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी सहयोगी फवाद को बुधवार को लाहौर में उनके आवास पर मारे गये छापे के दौरान गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के सचिव की शिकायत पर इस्लामाबाद के कोहसर पुलिस थाने में उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किये जाने के बाद यह कार्रवाई की गई।
डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, इस्लामाबाद जिला एवं सत्र अदालत ने फवाद (52) को एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ हिंसा को उकसावा देने के आरोप में 14 दिनों के लिए अडियाला जेल भेज दिया। अदालत ने फवाद की गिरफ्तारी के कुछ घंटों बाद बुधवार रात उन्हें दो दिनों के लिए पुलिस की रिमांड में भेज दिया था। आयोग के वकील एवं मामले में अभियोजक साद हसन ने संघीय अदालत के समक्ष दलील दी कि उन्होंने एक संवैधानिक संस्था के खिलाफ नफरत को उकसावा दिया था।
उन्होंने दावा किया, ‘‘फवाद अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बयान ने निर्वाचन आयोग के कर्मचारियों की जान को खतरा पैदा किया है। ’’ आयोग के वकील ने दलील दी कि मामले की आगे की जांच के लिए फवाद की रिमांड बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘न सिर्फ निर्वाचन आयोग के खिलाफ, बल्कि आयोग के शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ भी अभियान चलाया गया।’’
इस बीच, फवाद ने इस आधार पर अपनी जमानत की अर्जी दायर की है कि उनके खिलाफ मामला दुर्भावनापूर्ण है और यह सिर्फ उन्हें प्रताड़ित करने, दबाव बनाने और ब्लैकमेल करने के लिए दर्ज किया गया है। फवाद की गिरफ्तारी ने पाकिस्तान में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है, जहां खान नीत विपक्षी पार्टी चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। पाकिस्तान में आम चुनाव अगस्त के बाद होने हैं, जबकि खान इससे पहले कराने की मांग कर रहे हैं।