By अंकित सिंह | Jan 25, 2024
वंशवाद की राजनीति पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया है। राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने तीखा जवाब देने के लिए एक्स का सहारा लिया। इशारों-इशारों में रोहिणी आचार्य ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां। लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां। एक अन्य एक्स पोस्ट में उन्होंने कहा कि खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य। विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट।
रोहिणी आचार्य ने आगे लिखा कि समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है। हालांकि, विवाद बढ़ने पर रोहिणी आचार्य ने अपना पोस्ट डीलिट कर दिया। बताया जा रहा है कि रोहिणी आचार्य के इस पोस्ट से नीतीश कुमार भड़क गए थे। उन्होंने कैबिनेट की बैठक में पोस्ट पर नाराजगी जताते हुए मीटिंग बीच में ही छोड़ दी। इसी के बाद रोहिणी आचार्य ने पोस्ट को डिलीट किया है। हालांकि, कहीं ना कहीं बिहार के राजनीति को लेकर लगातार उठा पटक का दौर जारी है। राजद और नीतीश कुमार के बीच सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है। दोनों के बीच दूरियां भी साफ तौर पर दिखाई दे रही है। इन सबके बीच नीतीश कुमार और भाजपा के नजदीकी भी बढ़ती हुई देख रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने वंशवाद की राजनीति पर बात करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर ने राजनीति में अपने परिवार को बढ़ावा नहीं दिया। टिप्पणियाँ परोक्ष रूप से राजद पर लक्षित थीं, जो बिहार की महागठबंधन सरकार में जद (यू) की सहयोगी है। नीतीश कुमार ने कहा कि आप सभी को याद रखना चाहिए कि अन्य चीजों के अलावा, कर्पूरी ठाकुर को कभी भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल नहीं करने के लिए याद किया जाएगा। कर्पूरी जी ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया। मुख्यमंत्री कुमार ने कहा, ‘‘उन्हीं से सीखकर मैंने भी आज तक अपने परिवार के किसी सदस्य को नहीं बढ़ाया है। दूसरे दलों के नेता अपने परिवार वालों को पहले आगे बढ़ाते हैं।’’