By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 06, 2024
बेंगलुरु । जनता दल (सेक्युलर) के नेता एच डी कुमारस्वामी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया द्वारा एमयूडीए मामले में विपक्षी दलों पर उनकी पत्नी को घसीटने का आरोप लगाने के लिए पलटवार किया और इस परेशानी के लिए सिद्वरमैया की ‘गलतियां’ को जिम्मेदार ठहराया। केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी ने सिद्धरमैया को कांग्रेस नीत सरकार की अब तक की उपलब्धियों और विकासात्मक गतिविधियों पर बहस के लिए चुनौती भी दी।
कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘आप (सिद्धरमैया) बार-बार कहते हैं कि विपक्ष ईर्ष्यालु है और आप विपक्ष पर अपनी पत्नी को (एमयूडीए मामले में) घसीटने का आरोप लगा रहे हैं। आप अपनी पत्नी को (इस मामले में) बाहर ले आये, जो सम्मानपूर्वक घर पर थीं। यह विपक्ष ने नहीं किया है। आप उन्हें इसलिए बाहर लाए क्योंकि आपने (उनके नाम पर) गलत काम किए हैं।’’ उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आप (सिद्धरमैया) बार-बार अहिंदा के बारे में बोलते हैं, आपने अहिंदा (अल्पसंख्यकों, पिछड़े वर्गों और दलितों के लिए कन्नड़ में संक्षिप्त नाम) के लिए क्या किया है? क्या हमने नहीं देखा कि वाल्मीकि निगम (घोटाला) में क्या हुआ है, कितनी लूट हुई।’’
मुख्यमंत्री द्वारा लोगों से की गई भावनात्मक अपील की ओर इशारा करते हुए कि क्या वे एमयूडीए घोटाले को लेकर उनकी पत्नी पर निशाना साधने के लिए विपक्ष को माफ कर देंगे, कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘लोग हमें माफ करेंगे या स्वीकार करेंगे, यह वे बाद में तय करेंगे।’’ सिद्धरमैया ने उनकी पत्नी पार्वती बी एम को एमयूडीए मामले में घसीटने के लिए शनिवार को विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जद (एस) की कड़ी आलोचना की थी। सिद्धरमैया ने विपक्ष पर उन्हें निशाना बनाने का भी आरोप लगाया क्योंकि वे मुख्यमंत्री पद पर पिछड़े समुदाय के व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
सिद्धरमैया मैसूर शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) द्वारा उनकी पत्नी को 14 भूखंडों के आवंटन में कथित अनियमितताओं के लिए लोकायुक्त और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस नीत सरकार पर घोटालों में लिप्त होने का आरोप लगाते हुए कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री समेत किसी भी मंत्री को लोगों की परेशानियों की कोई चिंता नहीं है... वे विकास की बात करते हैं, केवल भगवान ही हमें बचाए।’’ कुमारस्वामी ने सिद्धरमैया को उनके नेतृत्व वाली मौजूदा कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों और विकास कार्यों तथा 2018-19 में उनकी (कुमारस्वामी) 14 महीने की जद(एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार के प्रदर्शन पर चर्चा की चुनौती दी।