By अंकित सिंह | May 09, 2020
पूरा विश्व इस वक्त कोरोनावायरस की चपेट में है। इस महामारी के कारण आर्थिक गतिविधियों के साथ-साथ खेल पर भी बड़ा असर पड़ा है। कोरोना के चलते पहले ही इस साल टोक्यो में होने वाले ओलंपिक को अगले साल तक के लिए टाल दिया गया है। वहीं अब इस साल क्रिकेट के T20 वर्ल्ड कप के लिए अनिश्चितता बनी हुई है। भारत में कोरोना के चलते आईपीएल का मुकाबला नहीं खेला जा सका। वहीं, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भारत श्रृंखला भी पूरा नहीं कर पाया। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि कोरोना के चलते पूरा विश्व फिलहाल लॉक डाउन की स्थिति में है।
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कोरोना महामारी के कारण आईसीसी के साथ-साथ कई देशों के क्रिकेट बोर्ड पर भी भयानक असर पड़ा है। ईसीबी यानी कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को छोड़ दिया जाए तो बाकी तमाम देशों के कंट्रोल बोर्ड भारी नुकसान में चल रहे हैं। इसी को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया या फिर इंग्लैंड में क्रिकेट की शुरुआत की बात की जाने लगी गई है। हालांकि यह क्रिकेट कब से खेला जाएगा, किस तरीके से खेला जाएगा इसको लेकर संशय बरकरार है। इस बीच लॉक डाउन के बाद क्रिकेट खेलने के तरीके पर विराट कोहली ने बड़ा बयान दिया है। दरअसल यह संभावना जताई जा रही है कि कोरोना काल खत्म होने के बाद कुछ दिनों तक क्रिकेट खाली स्टेडियम में खेला जाएगा। विराट कोहली से जब इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इससे खिलाड़ियों के जज्बे पर तो कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन वह जादूई माहौल कहां से आएगा, उसकी कमी जरूर खलेगी।
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वर्तमान परिस्थिति में इस बात की चर्चा सबसे ज्यादा चल रही है कि ऑस्ट्रेलिया में T20 वर्ल्ड कप का आयोजन किया जाएगा, पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया दर्शकों को स्टेडियम से दूर रखेगा। विराट कोहली ने कहा कि ऐसा संभव है कि हो सकता है और शायद यही होगा भी। लेकिन ईमानदारी से मैं बात करूं तो मैं नहीं जानता कि हर कोई इसे कैसे लेने वाला है क्योंकि हम सभी इतने सारे जुनूनी प्रशंसकों के सामने खेलने के आदी हो चुके हैं। इसके आगे विराट कोहली ने कहा कि मैं जानता हूं कि खिलाड़ियों के जज्बे पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन दर्शकों के चीयर करने से जो खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ता है जो तनाव की स्थिति होती है जो भावना दर्शक स्टेडियम में बैठकर महसूस करता है उन भावनाओं को ला पाना बड़ा ही मुश्किल होगा। कोहली ने यह भी कहा कि मैदान पर ऐसे कई लम्हे होते हैं जहां दर्शकों के उत्साह से जुनून पैदा होता है। ऐसे में उनकी कमी जरूर खलेगी और शायद इसका असर खेल पर भी हो।
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कोहली ने कहा कि जो चीजें चल रही है वह चलती रहेंगी, लेकिन मुझे शक है कि अब कोई भी वह जादू महसूस शायद ही कर पाएगा जो स्टेडियम में माहौल बनता है। हम वैसे ही क्रिकेट खेलते रहेंगे जैसा कि खेला जाता रहा है लेकिन इस जादुई छन को ला पाना मुश्किल है। आपको बता दें कि इस महामारी के बाद बदले परिदृश्य को देखते हुए क्रिकेट को खाली स्टेडियम में कराए जाने का आईडिया इससे पहले कई खिलाड़ी दे चुके हैं। बेन्स स्टॉक, जेसन रॉय, जॉस बटलर, पैंट कमीन्स जैसे खिलाड़ियों ने भी इसका समर्थन किया है। अलबत्ता कई ऐसे महान खिलाड़ी भी हैं जो इसका फिलहाल समर्थन नहीं कर रहे हैं। अब देखना यह होगा कि क्या क्रिकेट बोर्ड और आईसीसी इस तरीके की पहल पर आगे बढ़ पाते हैं या नहीं?