By अनन्या मिश्रा | Dec 12, 2024
आज ही के दिन यानी की 12 दिसंबर को महाराष्ट्र के पूर्व आतंकवाद निरोधक प्रमुख हेमंत करकरे का जन्म हुआ था। बता दें कि आज से 12 साल पहले 26/11 के आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। आज भी करकरे को एक ऐसे शीर्ष पुलिस अधिकारी के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने अपने प्राणों की परवाह किए बगैर हर कीमत पर संवैधानिक मूल्यों को कायम रखा। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर हेमंत करकरे के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और शिक्षा
नागपुर में 12 दिसंबर को हेमंत करकरे का जन्म हुआ था। जो उस दौरान पड़ोसी मध्य प्रदेश का हिस्सा था। उन्होंने वर्धा में अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और फिर साल 1975 में वीएनआईटी, नागपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की। इसके बाद UPSC की परीक्षा पास करने के बाद करकरे साल 1982 में भारतीय पुलिस सेवा यानी की IPS में शामिल हो गए।
ऑस्ट्रिया में 7 साल किया काम
भारत की प्रमुख खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के लिए हेमंत करकरे ने ऑस्ट्रिया में 7 साल तक काम किया। वहीं साल 2008 में मालेगांव धमाकों की जांच के दौरान वह चर्चा में आए थे। करकरे के नेतृत्व में ATS द्वारा दक्षिणपंथी समूहों पर कार्यवाई की गई थी। जिन पर अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों को निशाना बनाकर धमाके करने का आरोप था।
आदर्श पुलिस अधिकारी
हेमंत करकरे ने अपने पूरे जीवन में कई भूमिकाएं अदा की थीं। वह एक आदर्श पुलिस अधिकारी थे और उन्होंने वैश्विक स्तर पर देश का प्रतिनिधित्व किया था। बता दें कि मुंबई में हुए 26/11 के आतंकी हमले में शामिल आतंकी अफजल आमिर कसाब को जिंदा पकड़वाने में करकरे ने अहम भूमिका निभाई थी। इस बहादुरी के लिए उनको मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया था।
मृत्यु
जब मुंबई में 26 नवंबर 2008 को आतंकी हमला हुआ, तो उस दौरान हेमंत करकरे अपने घर पर मौजूद थे। आतंकी हमले की सूचना मिलने के बाद वह फौरन अपने दस्ते के साथ मौके पर पहुंचे। इस दौरान उनको सूचना मिली कि कॉर्पोरेशन बैंक एटीएम के पास आतंकी छिपकर बैठे हैं। जैसे ही हेमंत करकरे वहां पहुंचे, तो उन पर फायरिंग होने लगी। इसी बीच एक गोली आतंकी के कंघे पर लगी और वह जख्मी होकर गिरा तो उसके हाथ से एके-47 गिर गई। वह आतंकी और कोई नहीं बल्कि अफजल कसाब था, जिसे हेमंत करकरे ने धर दबोचा। तभी आंतकियों की ओर से फायरिंग होने लगी और हेमंत करकरे को 3 गोली लगीं और 26 नवंबर 2008 को हेमंत करकरे का निधन हो गया।