नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के इंदौर-3 से विधायक आकाश विजयवर्गीय ने नगर निगम अधिकारी को बल्ले से पीटकर सुर्खियां बटोरी हुईं थी कि इसी बीच उनके पिता और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय की एक पुरानी तस्वीर वायरल होने लगी। इस तस्वीर में कैलाश विजयवर्गीय एक अधिकारी के सामने जूता ताने हुए दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को लेकर भ्रमित हो गए हैं। लेकिन यूजर्स को परेशान होने की जरूरत नहीं हम आपको बताएंगे कि आखिर इस तस्वीर का पूरा सच क्या है।
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कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने ट्वीटर पर कैलाश विजयवर्गीय की फोटो शेयर करते हुए उन पर कटाक्ष किया और लिखा कि BJP के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने अपने विधायक पुत्र आकाश का बचाव करते हुए कहा कि वह संस्कारवान है, उसने अच्छा ही किया होगा। इसी के साथ मिश्रा ने आगे कहा कि अब मैं कहता हूं कि जो आप करते थे, वही आपका बेटा कर रहा है, आप भी इंदौर के तत्कालीन ASP प्रमोद फलणीकर पर जूते की बौछार कर चुके हैं।
मिश्रा इतने में ही नहीं रुके उन्होंने एक बार फिर से तंज मारते हुए कहा कि है न बेटा संस्कारवान! लेकिन सवाल यह है कि जो सोशल मीडिया में दिखाई देता है क्या वह सही है तो जवाब आपके सामने है।
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प्रमोद फलणीकर ने बताया पूरा सच
एनडीटीवी इंडिया की खबर के मुताबिक आईपीएस अधिकारी फलणीकर ने बातचीत में बताया कि कैलाश विजयवर्गीय ने कभी भी उन को जूता नहीं मारा न ही बदतमीजी की। यह तस्वीर पानी की समस्या को लेकर थी। जिसमें जूता दिखाकर विजयवर्गीय ने कहा था कि आप के कहने पर धरना खत्म कर दिया और नगर निगम के चक्कर लगाकर जूते घिस गए लेकिन पानी नहीं आया।
फलणीकर ने बताया कि मेरे कहने पर ही विजयवर्गीय ने अपना धरना खत्म किया था और इस मामले में तो भाजपा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी तक हुई थी। यह तस्वीर ऐसे समय पर वायरल हुई कि जब आकाश विजयवर्गीय द्वारा गुंडागर्दी का वीडियो वायरल हो गया, जिसको लेकर कैलाश विजयवर्गीय पर सवाल खड़े होने लगे।