By अभिनय आकाश | Dec 28, 2021
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल जिलों में बस्ती दलित व पिछड़ा जाति बहुल्य क्षेत्र माना जाता है। इसके अंतर्गत पांच विधानसभा सीटें आती हैं। सभी सीटों पर मठ का प्रभाव भी साफ दिखता है। 2017 के विधानसभा चुनावों में बस्ती की पांच विधानसभा सीटों में सभी सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। जिले में कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख 10 हजार 136 है।
बस्ती के अंदर आने वाली 5 विधानसभी सीटें कौन सी?
हर्रैया
कप्तानगंज
रूधौली
बस्ती सदर
महादेवा
पांचों सीटों के 2017 के परिणाम
हर्रैया में वर्ष 2017 में पहली बार यहां भाजपा प्रत्याशी ने जीत हासिल की। भाजपा के अजय सिंह ने बसपा के उम्मीदवार और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजकिशोर सिंह को हराकर जीत हासिल की थी। इस सीट पर ब्राह्मण मतदाता अच्छी खासी तादाद में हैं।
कप्तानगंज में लगातार पांच बार से विधायक रहे पूर्व कैबिनेट मंत्री राम प्रसाद चौधरी को भाजपा प्रत्याशी चंद्र प्रकाश शुक्ल ने पराजित किया। कप्तानगंज विधानसभा सीट पर दलित और कुर्मी मतदाता निर्णायक माने जाते हैं।
रूधौली में कांग्रेस से बीजेपी में आए उम्मीदवार ने अपनी जीत का सिलसिला कायम रखा। उन्होंने बसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी को हराया। इस सीट पर दलित, ब्राहमण, कुर्मी, मुस्लिम मतदाता निर्णायक माने जाते हैं।
बस्ती सदर में भाजपा के दयाराम चौधरी ने बीजेपी की जीत के साथ खाता खोला। उन्होंने बसपा प्रत्याशी पूर्व विधायक जितेन्द्र कुमार उर्फ नंदू चौधरी को हराया।
महादेवा में सपा सरकार में मंत्री रहे रामकरन आर्य को हराकर भाजपा के रवि सोनकर विधायक चुने गए। ये आरक्षित सीट है और दलित मतदाताओं की संख्या इस सीट पर अच्छी खासी मानी जाती है।