इस दुनिया में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति होगा जिसे घूमना-फिरना पसंद न हो, वरना तो इसके शोकीन ज्यादातर लोग होते ही हैं और इस तरह का होना जरूरी भी है। नई जगहों को देखकर आपका माइंड फ्रेश होता है। इसलिए जरूरी है कि आप साल में एक से दो बार अपने शहर से कहीं अच्छी जगह घूमने जरूर जाएं। वहीं, अगर आप भी घूमने-फिरने के शोकीन हैं तो आइए आपको एक ऐसी जगह के बारे में बताते हैं जो खूबसूरत होने के साथ ही रोमांचक है...
दरअसल, हम आपको नोर्थईस्ट की गोद में बसे त्रिपुरा के बारे में आज बताने जा रहे हैं। ये जगह घूमने के लिए काफी अच्छी है। यहां आपको कई तरह के सुंदर दृश्य देखने को मिलेंगे। यहां चारों तरफ हरियाली ही हरियाली के साथ लंबी-गहरी वादियां, मंदिर, बौद्ध मठ, खूबसूरत महल और जंगल जैसी जगह हैं।
महाभारत के इतिहास में है त्रिपुरा का जिक्र
त्रिपुरा की धरती बारे में महाभारत काल के इतिहास में भी जिक्र है। कहा जाता है कि देवी त्रिपुर सुंदरी के नाम पर इस जगह को त्रिपुरा के नाम से जाना जाता था।
त्रिपुरा का गवर्नमेंट म्यूजियम
भारत का दूसरा सबसे छोटा राज्य त्रिपुरा में एक गवर्नमेंट म्यूजियम है, जिसमें आपको शिल्प और हस्तलिपियों की कारीगरी देखने को मिलेगी। इतना ही नहीं, यहां आपको नार्थईस्ट का इतिहास भी देखने को मिलेगा। इसके अलावा आप राज्य के सांस्कृतिक धरोहरों के नमूने भी यहां देख सकेंगे।
51 शक्तिपीठों में से एक मंदिर है स्थित
त्रिपुरा में मां काली के 51 शक्तिपीठों में से एक मंदिर स्थित है, जोकि त्रिपुर सुंदरी मंदिर के नाम से काफी प्रसिद्ध है। यहां 2 देवियों की पूजा की जाती है, एक त्रिपुर सुंदरी देवी हैं और दूसरी छोटी मां हैं। ये मंदिर अगरतला से 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
गुमटी वन्यजीव सैंक्चुअरी
यूं तो त्रिपुरा में कई सैंक्चुअरी हैं, लेकिन इनमें से गुमटी वन्यजीव सैंक्चुअरी बेहद मशहूर है। लगभग 389 वर्ग किलो मीटर में फैली इस सैंक्चुअरी में आप कई नजारे देख सकते हैं। यहां आपको पानी के कई बेहतरीन नजारे, हिरण, हाथी, समेत कई जंगली जानवर देखने को मिल सकते हैं।
सेपहिजाला वन्यजीव सैंक्चुअरी
त्रिपुरा के सेपहिजाला वन्यजीव सैंक्चुअरी में आप वन्य प्राणियों को देखने का लुत्फ उठा सकते हैं। अगरतला से करीब 35 किलो मीटर की दूरी पर ये सैंक्चुअरी स्थित है और लगभग 185 वर्ग किलो मीटर तक फैली हुई है। यहां आप कई सुंदर पक्षी और बड़े-बड़े बंदर देख सकेंगे।
त्रिपुरा में क्या-क्या खरीदें
त्रिपुरा में आप हस्तशिल्प कला की चीजें खरीद सकते हैं, जैसे- बांस, लकड़ी, मिट्टी, खजूर की पत्तियों से बने क्राफ्ट और बेंत के बनाए फर्नीचर आदि। इसके अलावा यहां आपको बांस से बनी वस्तुएं भी देखने को मिलेंगी।
कैसे पहुंचे
आप इस छोटे से खूबसूरत राज्य में जाने के लिए हवाई मार्ग, रेलमार्ग और सड़क मार्ग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। देश के कई शहरों से त्रिपुरा की राजधानी ‘अगरतला’ को जोड़ा जा चुका है। जहां सड़क मार्ग से त्रिपुरा पहुंचने के लिए नेशनल हाइवे नंबर 44 से जाना पड़ता है। वहीं, यहां का सबसे पास का रेलवे स्टेशन किमारघाट है और ये अगरतला से करीब 140 किमी. ही दूर है।
- सिमरन सिंह