By रितिका कमठान | Oct 28, 2022
लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत नहाय-खाय के साथ शुरू हो गई है। चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व का समापन चौधे दिन उषा अर्घ्य के साथ होता है। सूर्य उपासना के इस पर्व पर बिहार जाने के इच्छुक लोगों के लिए भारतीय रेलवे ने काफी संख्या में स्पेशल ट्रेनें चलाई है। लोगों को जल्दी से जल्दी अपने घर पहुंचना है मगर भारतीय रेलवे द्वारा अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जाने के बाद भी इंतजाम नाकाफी नजर आ रहे है।
ट्रेनों के अलावा अलग अलग राज्यों ने बिहार के लिए बसों को भी चलाया है। वही कई फ्लाइट्स भी उपलब्ध है, जिनकी टिकट के दाम आसमान छू रहे है। ऐसे में कई अन्य विकल्प हैं जिनके जरिए अंतिम समय में घर पहुंचकर छठ महापर्व का हिस्सा बना जा सकता है।
बसों का है विकल्प
यूपी परिवहन ने दिल्ली से पूर्वांचल के लिए कई बसों का संचालन शुरू किया है। इन बसों के जरिए दिल्ली से गोरखपुर का सफर महज 1500 रुपये में तय किया जा सकता है। बसों की बुकिंग करवाने के लिए यात्री ऑनलाइन वेबसाइट www.onlineupsrtc.co.in पर जाकर टिकट बुक कर सकते है। दिल्ली के अलावा लखनऊ से भी दिन पर कुछ समय के अंतराल के बाद बसों का संचालन किया जा रहा है।
फ्लाइट्स का हाल भी जानें
दिल्ली से बिहार जाने के इच्छुक यात्रियों को इस समय काफी मोटी रकम खर्च करनी पड़ेगी। जानकारों के मुताबिक बिहार की फ्लाइट्स का किराया आम किराए की अपेक्षा तीन गुणा से अधिक तक बढ़ गया है। 14 हजार से अधिक रुपये फ्लाइट का टिकट इन दिनों मिल रहा है। दरभंगा और गया के लिए हवाई किराया भी महंगा हो गया है। वहीं मुंबई से पटना का किराया 10 हजार रुपये से अधिक हो गया है। दिल्ली से गोरखपुर जाने के लिए भी फ्लाइट के लिए नौ हजार रुपये से 16 हजार रुपये का भुगतान करना होगा। मुंबई से पटना जाने का किराया 20 हजार रुपये तक पहुंच रहा है। दिल्ली से गया का किराया 15 हजार के पार कर गया है। मुंबई से गया के लिए 29 अक्टूबर का किराया 16 हजार के पार है। नई दिल्ली से दरभंगा का किराया भी 22 हजार के ऊपर पहुंच चुका है। मुंबई से दरभंगा का किराया 12 हजार रुपये चार्ज किए जा रहे हैं।
बसों के किराए में हुई बढ़ोतरी
छठ महापर्व पर घर जाने के लिए श्रद्धालु प्राइवेट बस के जरिए जा सकते हैं क्योंकि भारतीय ट्रेनों में इस समय पैर रखने की भी जगह नहीं है। बस की यात्रा ट्रेन की यात्रा से थोड़ी लंबी हो सकती है। दिल्ली से पटना 20 घंटे में पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से पटना जाने वाली प्राइवेट बसों का किराया 10 हजार रुपये तक पहुंचा है। दिल्ली से गोरखपुर का किराया 10 हजार रुपये तक हो गया है। स्लीपर और एसी बसों में किराया बढ़कर वसूला जा रहा है।
प्राइवेट कैब का भी है विकल्प
इन दिनों प्राइवेट कैब का विकप्ल भी है। दिल्ली से पटना तक जाने के लिए कैब भी जा सकती है मगर इसका किराया काफी महंगा होगा। हालांकि कैब के जरिए व्यक्ति अपने अनुसार जा सकता है। जानकारी के मुताबिक ट्रेन, बस या फ्लाइट से कई गुना अधिक कैब का किराया हो रहा है। प्राइवेट कैब के लिए लगभग 30 हजार रुपये का भुगतान करना पड़ रहा है।