By अंकित सिंह | Apr 06, 2023
संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण हंगामें की वजह से पूरी तरह धूल गया। पूरे सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से जबरदस्त हंगामा मचाया गया। इसको लेकर राजनीति भी हो रही है। वहीं, सत्ता पक्ष वे विपक्ष पर एक बार फिर से बड़ा हमला बोला है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिरिजू ने कहा कि आज फिर कांग्रेस सांसद और अन्य विपक्षी नेताओं ने आज सदन में हंगामा किया और काले कपड़े पहनकर संसद का अपमान किया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि देश देख रहा है कि कांग्रेस क्या कर रही है। उन्होंने सूरत की अदालत में न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश की। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस न तो भारत के संविधान को मानती है और न ही कानून का सम्मान करती है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उनके साथियों ने बहुत गलत तरीके से परेशान किया और सदन को चलने नहीं दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को लेकर कांग्रेस पार्टी और उसके साथियों ने जो किया है वो देश देख रहा है। कांग्रेस और उनके गिरोह मिलकर कोर्ट में दबाव डालने के लिए सूरत कोर्ट में जाकर जिस तरह जुलूस निकालकर कोर्ट के परिसर में गए, मैं इसका खंडन करना चाहता हूं। दूसरी ओर आज दिल्ली में संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक 'तिरंगा मार्च' निकाला। इस दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार पर भी निशाना साधा।
केसी वेणुगोपाल ने कहा कि पूरी भाजपा और नरेंद्र मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है। पूरे सत्र में वे बस अडानी को बचाने में लगे थे। उन्होंने कहा कि हम बस JPC जांच की मांग कर रहे हैं। वे इस पर बात तक नहीं कर रहे हैं। हम इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएंगे। बजट सत्र का दूसरा हिस्सा हालांकि विपक्ष की अडाणी समूह से जुड़े मामले की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित किए जाने की मांग और लोकतंत्र को लेकर लंदन में राहुल गांधी द्वारा की गई एक टिप्पणी पर सत्ता पक्ष द्वारा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से माफी मांगने पर जोर देने के कारण हुए हंगामे की भेंट चढ़ गया।