By अंकित सिंह | Mar 01, 2023
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एमके स्टालिन के जन्मदिन पर विपक्षी एकता को लेकर एक बड़ी रैली का आयोजन किया गया है। इस रैली में देश के कई वरिष्ठ नेता शामिल हो रहे हैं। इसमें कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हुए हैं। उन्होंने इस मंच से एक बार फिर से विपक्षी एकता की बात दोहराई है और कहा है कि समान विचारधारा वाले दलों को एक साथ आना होगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमें मिलकर भाजपा से लड़ना होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि डीएमके और कांग्रेस वैचारिक रूप से एक तरह की है। करुणानिधि की तरह वैज्ञानिक सोच भरोसा करते थे पंडित जवाहरलाल नेहरु। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा संविधान को बदलना चाहती है।
इसके साथ ही खड़गे पीएम पद के उम्मीदवार को लेकर बात कही। उन्होंने कहा कि कौन नेतृत्व करेगा, यह मैंने कभी नहीं बताया और ना ही यह बताया कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि हमारी इच्छा है कि सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एक साथ आना चाहिए। मैंने कभी नहीं कहा कि कौन नेतृत्व करेगा या कौन पीएम बनेगा। यह सवाल नहीं है। हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके गठबंधन ने 2004, 2009 में लोकसभा और 2006 और 2021 में विधानसभा जीत का नेतृत्व किया।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हमें यूएपीए गठबंधन के लिए 2024 की लोकसभा जीत के लिए अपने गठबंधन और नेतृत्व की नींव को मजबूत करना जारी रखना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की विफलता के कारण 23 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे धकेल दिए गए हैं। आम आदमी महंगाई से परेशान है, युवा बेरोजगारी से प्रभावित है, लेकिन बीजेपी चुनाव जीतने के लिए समाज के ध्रुवीकरण में दिलचस्पी रखती। इस मौके पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि स्टालिन, यह समय है, राष्ट्रीय परिदृश्य पर आएं और राष्ट्र का निर्माण करें क्योंकि आपने इस राज्य का निर्माण किया है। (मल्लिकार्जुन) खड़गे जी से, मैं कहूंगा, भूल जाते हैं कि कौन पीएम बनने जा रहा है। पहले चुनाव जीत लेते हैं, फिर सोचते हैं कौन पीएम बनेगा। पीएम मायने नहीं रखता, देश मायने रखता है।