By अभिनय आकाश | May 22, 2022
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर नेताओं और धर्मगुरुओं के बयान आने लगे हैं और राजनीति भी तेज होने लगी है। मुस्लिम पक्ष का दावा है कि जिसे हिन्दू पक्ष शिवलिंग कह रहा है, वो एक फव्वारा है। वहीं अब काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत ने ऐलान किया है कि वह एक नया मुकदमा दायर करेंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर के एक पूर्व महंत कुलपति तिवारी ने दावा किया कि उन्होंने ज्ञानवापी मस्जिद की पश्चिमी दीवार पर एक शेल्फ में एक छोटा शिवलिंग देखा था। इसके साथ ही उन्होंने शहर के सक्षम अधिकारियों से इसका पड़ताल करने को कहा था। काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी भी कोर्ट में एक नया मुकदमा दाखिल करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “सीधी सी बात है मैं कोर्ट में एक नया केस दाखिल करने जा रहा हूं कि मैं काशी विश्वनाथ मंदिर का महंत हूं और शिवजी की पूजा करना और बाबा को रखना मेरा अधिकार है।
वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोई शिवलिंग नहीं: सपा सांसद
समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने रविवार को दावा किया कि वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में कोई शिवलिंग नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह स्थिति 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर पैदा की जा रही है। बर्क ने यह भी कहा कि अयोध्या में भले ही राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन वहां एक मस्जिद है। अगर आप इतिहास की गहराई में जाते हैं तो पता चलता है कि ज्ञानवापी मस्जिद में कोई शिवलिंग नहीं था। यह सब गलत है।
सोमवार को ज्ञानवापी मस्जिद मामले की होगी सुनवाई
ज्ञानवापी परिसर में स्थित मां श्रृंगार गौरी के दैनिक पूजा-अर्चना की इजाजत देने और अन्य देवी-देवताओं को संरक्षित करने को लेकर दायर वाद की सोमवार को जिला जज डा. अजय कृष्ण विश्वेस की अदालत में सुनवाई होगी। जिला जज की अदालत में नागरिक प्रक्रिया संहिता (सीपीसी) के आदेश 7 नियम 11 के तहत के वाद की पोषणीयता पर पहले सुनवाई होगी।