By अंकित सिंह | Apr 04, 2023
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए तारीख का ऐलान हो चुका है। कर्नाटक में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। कांग्रेस ने वहां अपनी पूरी ताकत लगाने शुरू कर दी है। हालांकि, कर्नाटक में भी कांग्रेस में गुटबाजी साफ तौर पर दिखाई दे रही है। पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार में टकराव साफ तौर पर सामने आती दिख रही है। इन सबके बीच सिद्धारमैया ने एक ऐसा बयान दे दिया है जो कि कांग्रेस आलाकमान को चिंता में डाल सकता है। पूरा का पूरा मामला मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर है। बताया जा रहा है कि अगर कांग्रेस कर्नाटक में जीत हासिल करती है तो प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के अलावा सिद्धारमैया भी पार्टी की तरफ से पीएम पद के दावेदार हो सकते हैं। उसको लेकर सिद्धारमैया का बयान दिया गया है।
एक निजी समाचार चैनल के मुताबिक सिद्धारमैया ने कहा कि मैं भी मुख्यमंत्री पद का दावेदार हूं। डीके शिवकुमार के पद के लिए दावेदार हैं। लेकिन हाईकमान उन्हें मुख्यमंत्री पद नहीं देगा। हालांकि, बाद में अपने इस बयान पर सिद्धारमैया ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि मीडिया में जो बताया जा रहा है वह पूरी तरह झूठ है। उन्होंने कहा कि मैंने सिर्फ इतना कहा कि मुख्यमंत्री का चयन एक लोकतांत्रिक प्रक्रिया है, मैं मुख्यमंत्री का आकांक्षी हूं और वह (डीके शिवकुमार) आकांक्षी हैं। आपको बता दें कि डीके शिवाकुमार कांग्रेस को कर्नाटक में मजबूत करने में हम भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें 2020 में दिनेश गुंडू राव की जगह कर्नाटक में कांग्रेस की कमान सौंपी गई थी।
सिद्धारमैया पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है। सिद्धारमैया 75 साल के हैं। सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच अदावत बहुत पुरानी है। हालांकि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने दोनों के बीच सुलह कराने की कोशिश की थी। लेकिन फरवरी में ही दोनों ने अलग-अलग जगहों से बस यात्रा निकाली थी। पार्टी में दूसरे दलों के नेताओं को शामिल कराने को लेकर भी दोनों आमने-सामने रहते हैं। दोनों नेताओं के बीच की कड़वाहट कहीं ना कहीं कांग्रेस को चुनावी नुकसान पहुंचा सकता है। यही कारण है कि आलाकमान लगातार डैमेज कंट्रोल में जुट गई है। दूसरी ओर भाजपा इसको लेकर चुटकी ले रही है।