Hassan Loksabha Result: कर्नाटक से कांग्रेस का खुला खाता, रेप और यौन उत्पीड़न के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना 44000 वोट से हारे

By अभिनय आकाश | Jun 04, 2024

प्रज्वल रेवन्ना कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पाटिल से हार का सामना करना पड़ा है। जद (एस) 25 साल में पहली बार हासन सीट हार गई है। कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पटेल ने बलात्कार और यौन उत्पीड़न के आरोपी जद (एस) उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना को हराया है। 2019 में रेवन्ना के सांसद चुने जाने से पहले, इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा करते थे।

इसे भी पढ़ें: Karnataka Lok Sabha Election 2024: बीजेपी गठबंधन को 23-25 सीटें मिलने का अनुमान, INDIA ब्लॉक के खाते में जा सकती है 3-5 सीटें

गुलबर्गा जहां एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि भाजपा के उमेश जाधव से 10,000 वोटों से आगे चल रहे हैं। कोप्पल जहां कांग्रेस 3800 वोटों से आगे चल रही है। दावणगेरे जहां कांग्रेस 10,000 वोटों से आगे चल रही है। हासन जहां कांग्रेस उम्मीदवार श्रेयस पाटिल 13,000 वोटों से आगे चल रहे हैं। हावेरी जहां बीजेपी 27 हजार वोटों से आगे चल रही है।

इसे भी पढ़ें: Prajwal Revanna को लगा बड़ा झटका, गिरफ्तारी से पहले जमानत याचिका खारिज, 31 मई लौट सकते हैं भारत

 क्या कांग्रेस के 2019 के लोकसभा चुनावों से बेहतर प्रदर्शन की संभावना 

चुनाव आयोग के अधिकारियों के अनुसार, नवीनतम मतगणना आंकड़ों के अनुसार भाजपा 16 सीटों पर, कांग्रेस 10 सीटों पर और जद (एस) दो सीटों पर आगे है। 2019 के आम चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की कुल 28 में से महज एक सीट जीती। भाजपा ने पिछले लोकसभा चुनाव में 25 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि उसके समर्थन से एक निर्दलीय ने भी जीत हासिल की थी। पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा की अध्यक्षता वाली जद (एस) एक निर्वाचन क्षेत्र में विजयी हुई थी। कांग्रेस और जद(एस) उस समय गठबंधन सरकार चला रहे थे और उन्होंने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।

प्रमुख खबरें

Hair Growth Toner: प्याज के छिलकों से घर पर बनाएं हेयर ग्रोथ टोनर, सफेद बाल भी हो जाएंगे काले

Vivo x200 Series इस दिन हो रहा है लॉन्च, 32GB रैम के अलावा जानें पूरी डिटेल्स

Kuber Temples: भारत के इन फेमस कुबेर मंदिरों में एक बार जरूर कर आएं दर्शन, धन संबंधी कभी नहीं होगी दिक्कत

Latur Rural विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने किया दशकों तक राज, बीजेपी को इस चुनाव में अपनी जीत का भरोसा