By अंकित सिंह | Nov 14, 2024
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। सिद्धारमैया ने कहा कि भाजपा ने उनकी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए 50 कांग्रेस विधायकों को 50-50 करोड़ रुपये की पेशकश की थी। उन्होंने आगे दावा किया कि कांग्रेस के किसी भी विधायक द्वारा भाजपा के 50 करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर सहमति जताने के बाद भाजपा ने उनके खिलाफ झूठे मामले दर्ज करने का सहारा लिया। सिद्धारमैया ने मैसूर जिले के टी नरसीपुरा विधानसभा क्षेत्र में 470 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए ये आरोप लगाए।
कांग्रेस नेता ने साफ तौर पर कहा कि हमारी सरकार को किसी तरह से उखाड़ फेंकने के लिए बीजेपी ने 50 विधायकों को 50 करोड़ रुपये की पेशकश की। सिद्धारमैया ने कथित फंड को रिश्वत का पैसा बताते हुए पूछा कि उनके पास इतना पैसा कहां से आया? क्या पूर्व मुख्यमंत्रियों बीएस येदियुरप्पा, बसवराज बोम्मई, विपक्ष के नेता आर अशोक, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने पैसे छापे थे? मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने करोड़ों रुपये कमाए हैं। पैसे का उपयोग करते हुए, उन्होंने प्रत्येक विधायक को 50 करोड़ रुपये की पेशकश की...लेकिन इस बार हमारा कोई भी विधायक इसके लिए सहमत नहीं हुआ। इसलिए उन्होंने इस सरकार को किसी भी तरह हटाने का अभियान शुरू कर दिया है। इसलिए वे ऐसा झूठे मामले दर्ज कर रहे हैं।
सिद्धारमैया ने बीजेपी पर आयकर, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के माध्यम से सभी गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को धमकी देने का आरोप लगाया। MUDA साइट आवंटन घोटाले के संबंध में उनके, उनकी पत्नी पार्वती बी एम और बहनोई मल्लिकार्जुन स्वामी के खिलाफ मामले का जिक्र करते हुए सिद्धारमैया ने कहा कि यह 100 प्रतिशत झूठा था। उन्होंने कहा कि 40 साल पहले मंत्री बनने के बाद से उन पर कोई दाग नहीं है, यहां तक कि वह दो बार विपक्ष के नेता और डिप्टी सीएम भी रहे। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने आगे आरोप लगाया कि भाजपा और उसके सहयोगी जद (एस) ने आधारहीन आरोपों के आधार पर उनके खिलाफ झूठे मामले बनाए और ईडी और राज्यपाल का उपयोग करके अपनी शक्तियों का दुरुपयोग किया।