By अंकित सिंह | Nov 12, 2024
कर्नाटक के मंत्री बीजेड ज़मीर अहमद खान ने मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और जैडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी को कालिया के रूप में संदर्भित करने के लिए बिना शर्त माफी मांगी। बीजेड ज़मीर अहमद खान के बयान को लेकर कर्नाटक की राजनीति में बवाल मचा था। एनडीए ने इसकी निंदा की थी। कांग्रेस नेता ने स्पष्ट किया कि उन्होंने पहले भी स्नेहवश कुमारस्वामी को इस तरह संबोधित किया था, जब उनके बीच अच्छी बॉन्डिंग थी और यह पहली बार नहीं है।
ज़मीर अहमद खान ने कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं।' पहले जब मैं उनके साथ था तो वह प्यार से मुझे 'कुल्ला' (छोटा) कहते थे और मैं उन्हें 'काला' कहा करता था। अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगने को तैयार हूं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि देवगौड़ा के प्रति मेरे मन में बहुत सम्मान है। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव में मुस्लिम वोट खरीदेंगे। यह ऐसा मुद्दा नहीं है जिस पर मुझे इस्तीफा देने की जरूरत पड़े। मेरे बयान का अलग-अलग मतलब निकाला गया। मेरे बयान का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
इससे पहले बीजेड जमीर अहमद खान ने केंद्रीय मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी को ‘कालिया’ कहकर विवाद खड़ा कर दिया था। जनता दल (सेक्युलर) ने कांग्रेस सरकार से इस नस्ली टिप्पणी के लिए जमीर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की। खान ने रविवार को रामनगर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि चन्नापटना से कांग्रेस के उम्मीदवार सीपी योगीश्वर के पास इससे पहले भाजपा में जाने के अलावा कोई चारा नहीं था। मंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी कांग्रेस में कुछ मतभेदों के कारण, उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था। उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। वह जद(एस) में शामिल होने के लिए तैयार नहीं थे क्योंकि कालिया कुमारस्वामी भाजपा से ज्यादा खतरनाक थे।
चन्नापटना विधानसभा उपचुनाव में योगीश्वर का मुकाबला कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी से है, जो जद(एस) के टिकट पर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। जद(एस) ने जमीर के बयान पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मंत्रियों एच. सी. महादेवप्पा, सतीश जारकिहोली, प्रियांक खरगे और के.एच. मुनियप्पा का रंग पूछा।