By दिनेश शुक्ल | Oct 27, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कैलाश विजयवर्गीय के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर दिए बयान को उनके मानसिक दिवालियापन का प्रमाण बताया है। गुप्ता ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय को इस बात की फिक्र करना चाहिए कि उनकी पार्टी राजनीतिक रूप से इतनी दरिद्र क्यों हो गई है कि उसे बीच चुनाव में भी विधायकों की मंडी लगानी पड़ रही है। इस मंडी को चलाने के लिए उन्हें आपदा को अवसर बनाना पड़ रहा है। गरीबों को दवाई नहीं मिल रही है, अस्पताल में बिस्तर नहीं मिल रहे हैं, मजदूर को रोजगार नहीं मिल रहा है। मगर विधायक मंडी में 55 खोके खाली हो रहे हैं।
भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता स्व अर्जित संपत्ति से जलते हैं इसलिए अरबपति होने के बाद भी अपनी गरीबी का स्वांग रचते हैं। गुप्ता ने कैलाश विजयवर्गीय को सुझाव दिया है कि वह कमलनाथ की दरिद्रता देखने की बजाए विश्लेषण करें कि उनके नेताओं की मास अपील खत्म क्यों हो गई? आपके एक नेता की भूख ने भारतीय जनता पार्टी की पूरी साख कैसे मिटा दी ? उन्होंने विजयवर्गीय से सवाल किया कि अगर शिवराज सिंह ने 15 साल में गरीबों के लिए योजनाएं बनाई तो मध्य प्रदेश से 20 लाख मजदूरों ने पलायन क्यों किया ? अगर शिवराज सिंह ने किसानों के लिए योजनाएं बनायीं तो 60 लाख किसान कर्जदार कैसे बने ? झूठी घोषणाओं और झूठे वादे मध्य प्रदेश की तस्वीर नहीं बदल सके और इसीलिए भाजपा को करोड़ों की सभाएं करने के बाद भी हजार सुनने वाले नहीं मिल रहे हैं। उचित होगा आप अपनी पार्टी को सुधारें।
एक दिन पहले सोमवार को भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के विधायकों की सौदेबाजी वाले बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें मानसिक रूप से दिवालिया बताया था। विजयवर्गीय ने कहा था कि कमलनाथ के पास बहुत संपत्ति है, करोड़ों रुपए हैं, लेकिन मानसिक रूप से वे दरिद्र हैं। जिसको लेकर अब कांग्रेस नेता कैलाश विजयवर्गी पर निशाना साध रहे है।