By अंकित सिंह | Feb 14, 2024
पश्चिम बंगाल के संदेशखालि में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर भाजपा ममता बनर्जी की सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। वहां लगातार छठे दिन प्रदर्शन हो रहा है। मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय द्वारा संदेशखाली में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा की घोषणा को रद्द करने के बाद राज्य सरकार ने संदेशखाली के कुछ हिस्सों में धारा 144 फिर से लागू कर दी। भाजपा ने एक बार फिर से ममता बनर्जी और उनकी सरकार पर निशाना साधा है।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हमारी जनजातीय बहनों (खासकर हिंदू बहनों) के साथ टीएमसी के गुंडे दिनदहाड़े शोषण और बलात्कार कर हैं और सूबे की मुख्यमंत्री मूकदर्शक बनी हुई हैं, ये बहुत ही चिंताजनक है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि ममता सरकार बलात्कारियों को संरक्षण दे रही है। पश्चिम बंगाल में जंगलराज चल रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जंगलराज लोगों के उत्पीड़न और शोषण का बेशर्म अड्डा बन गया है। हमारी बहनों के साथ बलात्कार और दुर्व्यवहार हो रहा है, लेकिन ममता दीदी मूकदर्शक बनकर खड़ी हैं! टीएमसी के गुंडों के 'टेप' से ममता का मुंह बंद है।
गौरव भाटिया ने कहा कि निश्चित रूप से, पश्चिम बंगाल राज्य में अराजकता की स्थिति के अलावा और कुछ नहीं है। वहां 'क़ानून का राज' नहीं, बल्कि अराजक शासक ममता बनर्जी का 'क़ानून' चलता है। उन्होंने कहा कि एक तरफ मोदी सरकार जनजातीय समुदाय को मजबूत कर रही है, मुख्यधारा से जोड़ रही है, उनका सशक्तिकरण कर रही है। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में गैरकानूनी तरीके से जबरन जनजातीय समुदाय की जमीने छीनी जा रही है। सवाल ये है कि ममता बनर्जी को जनजातीय समुदाय, पिछड़े और दलित समाज से इतनी नफरत क्यों है?
भाजपा नेता ने कहा कि जिन महिलाओं का शोषण किया गया, जिनके साथ बलात्कार हुआ, उनके परिजनों के खिलाफ ही एफआईआर दर्ज कर दी गई, ताकि डरा-धमकाकर इस मामले को दबा दिया जाए। ममता बनर्जी महिला मुख्यमंत्री होते हुए भी बंगाल में टीएमसी के गुंडों को महिलाओं के खिलाफ अत्याचार करने की छूट दे रखी है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी एक जिम्मेदार पार्टी है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसी महिला ने किस पार्टी को वोट दिया है, यह हर उस महिला की लड़ाई है जिसने संविधान में अपना विश्वास बनाए रखा है। एक तरफ मोदी सरकार आदिवासी समुदाय को मजबूत कर रही है, उन्हें मुख्यधारा से जोड़ रही है और उन्हें सशक्त बना रही है।