By अनुराग गुप्ता | Apr 27, 2020
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन जारी है। जिसके कारण हवाई एवं रेल सेवाएं पूरी तरह से निलंबित हैं। इसी बीच दो न्यायाधीशों ने देश के विभिन्न हिस्सों में हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के तौर पर प्रभार संभालने के लिए दो-दो हजार किलोमीटर से अधिक दूरी की सड़क यात्रा की। इन न्यायाधीशों को हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीशों के तौर पर प्रमोट किया गया है।
बारी-बारी से चलाई कार
इन न्यायाधीशों ने लॉकडाउन के बीच इतनी लम्बी यात्रा शुरू की ताकि बंद के बीच मामलों की सुनवाई और न्याय देने के कार्यों में देरी न होने पाए। सूत्रों ने बताया कि कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को बंबई हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालना है। वह और उनके बेटा मुंबई तक की लंबी दूरी तय करने के लिए बारी-बारी से कार चला रहे हैं।
इलाहाबाद हाई कोर्ट के न्यायाधीश विश्वनाथ समद्दर को मेघालय हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश के तौर पर पदोन्नत किया गया है। वह कोलकातां से शिलॉन्ग कार से गए। सूत्रों ने बताया कि इलाहाबाद स्थानांतरित किए जाने से पहले कलकत्ता हाई कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में सेवाएं दे चुके न्यायमूर्ति समद्दर शुक्रवार शाम को अपनी पत्नी के साथ एक आधिकारिक कार से शिलॉन्ग के लिए रवाना हुए थे। उनके साथ एक कार चालक भी था।
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न्यायमूर्ति समद्दर ने कार चालक के साथ मिलकर बारी-बारी से गाड़ी चलाई। न्यायमूर्ति समद्दर शनिवार दोपहर को इलाहाबाद से कोलकाता पहुंचे और यहां अपने ‘साल्ट लेक’ निवास में कुछ घंटे आराम करने के बाद शाम को शिलॉन्ग रवाना हो गए। मिली जानकारी के मुताबिक रविवार दोपहर तक वह शिलॉन्ग पहुंच गए। न्यायमूर्ति दत्ता शनिवार सुबह कोलकाता से मुंबई रवाना हुए और उनके सोमवार दोपहर तक मुंबई पहुंचने की उम्मीद है। बता दें कि राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने न्यायमूर्ति दत्ता और न्यायमूर्ति समद्दर को बृहस्पतिवार को पदोन्नत किया था।