By अभिनय आकाश | Sep 25, 2024
कर्नाटक हाईकोर्ट के जज जस्टिस श्रीशानंद ने अपने विवादित बयान के लिए सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफ़ी मांगी। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने माफ़ीनामे में जस्टिस वेदव्यासचार श्रीशानंद ने कहा है कि उनके बयान को गलत संदर्भ में पेश किया गया। उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने का नहीं था। उनकी माफी स्वीकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि हमें यह देखना होगा कि जस्टिस श्रीशानंद ने खुली अदालत की कार्यवाही में माफी मांगी है। न्यायपालिका के हित में यह महत्वपूर्ण है कि हम उनकी माफी स्वीकार करें और इस मामले में आगे कोई कार्रवाई न करें।
शीर्ष अदालत ने 20 सितंबर को एक मामले में अदालती कार्यवाही के दौरान एक महिला वकील के खिलाफ हाई कोर्ट के न्यायाधीश की कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों और दूसरे मामले में बेंगलुरु के मुस्लिम बहुल इलाके को पाकिस्तान कहने पर स्वत: संज्ञान लिया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो क्लिप में न्यायमूर्ति श्रीशानंद एक महिला वकील को फटकार लगाते हुए देखे गए और कथित तौर पर चल रही सुनवाई में हस्तक्षेप करते समय कुछ आपत्तिजनक टिप्पणियां कीं। मकान मालिक-किराएदार विवाद से संबंधित एक अन्य मामले में न्यायाधीश ने बेंगलुरु के मुस्लिम बहुल इलाके को पाकिस्तान बता दिया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल है जिसमें कर्नाटक हाई कोर्ट के जज वी श्रीशानंदबेंगलुरू के एक इलाके कि तुलना पाकिस्तान से करते नजर आ रहे हैं। वीडियो एक मकान मालिक और किरदार के बीच चल रहे मामले की सुनवाई का है। 28 अगस्त को ही सुनवाई के दौरान जज वी श्रीशानंद ने कहा कि मैसूर रोड फ्लाईओवर की तरफ जाइए, हर ऑटोरिक्शा में 10 लोग सवार होते हैं, वहां बुरा हाल है. ऐसा लगता है कि बाजार से गोरीपल्या तक मैसूर फ्लाईओवर पाकिस्तान में है, भारत में नहीं। ये सच्चाई है. आप चाहे कितना भी सख्त अधिकारी क्यों न तैनात कर दें, उसे पीटा ही जाएगा। ये किसी भी चैनल पर नहीं दिखाया जाता।