By अंकित सिंह | Jun 08, 2022
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। आज उन्होंने बंगाल भाजपा की राज्य कार्यकारिणी समिति की बैठक को संबोधित किया। इस दौरान जेपी नड्डा ने कहा कि राजनीति में कभी भी कोई चीज ठहरी नहीं रहती है, जो आज है वो कल नहीं, जो कल है वो परसों नहीं रहती है। हमें राजनीतिक दृष्टि से किन ताकतों से अपने आप को समावेश करके आगे बढ़ना है ये हमेशा तय रखना पड़ता है। इसलिए हमको अपनी ताकत का अंदाजा भी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 40 साल पहले मेरे कांग्रेसी साथी मिलते थे तो मुझे कहते थे कि नड्डा जी तुम राजनीति नहीं जानते, यह अवसर की बात है, आप गलत पार्टी में सही व्यक्ति हैं। आज मैं उनसे मिलता हूं तो पूछता हूं कि सही पार्टी में कौन है?
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश में भाजपा को छोड़कर किसी भी राजनीतिक पार्टी में कार्यकर्ता हैं तो नेता नहीं है, नेता है तो नीयत नहीं है, अगर नीयत है तो नीति नहीं है। सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में नेता, नीति, नीयत, कार्यकर्ता और वातावरण है। उन्होंने कहा कि आज से 20 वर्ष पहले कोई सोचता तक नहीं था कि बिहार से लालू यादव का राज जाएगा। लेकिन वहां राजद को नेस्तनाबूद करके भाजपा आई है और पूरी ताकत के साथ आई है। नड्डा ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई नही सोचता था कि मुलायम सिंह का राज जाएगा। आज वहां भाजपा ने सबको साफ कर दिया है। हर जगह भाजपा की सरकार बन रही है। आने वाले समय में हम आंध्र प्रदेश में, तेलंगाना में और बहुत जल्द पश्चिम बंगाल में भी प्रजातांत्रिक तरीके से सरकार बनाएंगे।
नड्डा ने कहा कि मैं आपको एक ही बात कहना चाहता हूं कि अपने रास्ते चलते रहो, अडिग रहो, अच्छी तरह से चुनावी लड़ाई लड़ो इससे भाजपा यशस्वी होगी ही। कांग्रेस पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने नहीं सोचा था कि हम कांग्रेस मुक्त हो जाएंगे, अब तो कांग्रेस मुक्त तो छोड़ो, कांग्रेस लुप्त हो रही है। गांधी और खादी के नाम पर कांग्रेस 70 साल राज करके गई। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस अब भाई-बहन की पार्टी बनकर रह गई है। नड्डा ने कहा कि आज खादी को लोकल फॉर वोकल के अंतर्गत 1 लाख 15 हजार करोड़ रुपये का टर्नओवर प्रधानमंत्री मोदी जी के प्रयासों से मिला है। उन्होंने कहा कि एक समय राजनीति वोटबैंक, धर्म, पंथ, वंशवाद, जातिवाद और परिवारवाद के आधार पर होती थी। लेकिन अब राजनीति सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र के साथ हो रही है।