By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 16, 2022
नयी दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की कुलपति शांतिश्री धुलीपुडी पंडित ने एनआईआरएफ रैंकिंग में विश्वविद्यालय को दूसरा स्थान मिलने का श्रेय सम्मिलित रूप से काम करने को दिया। उन्होंने कहा कि एक विषय पर केंद्रित संस्थानों में उस तरह की समस्याएं नहीं होती हैं, जैसे कि विश्वविद्यालयों में होती हैं। शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शुक्रवार को राष्ट्रीय संस्थान रैंकिंग ढांचा (एनआईआएफ) की रैकिंग का सातवां संस्करण जारी किया। विश्वविद्यालयों की श्रेणी में भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी), बेंगलुरु ने पहला स्थान, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, नयी दिल्ली ने दूसरा स्थान और जामिया मिलिया इस्लामिया ने तीसरा स्थान हासिल किया।
पंडित ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हम बहुत खुश हैं। आईआईएससी जेएनयू जैसा विश्वविद्यालय नहीं है। यह एक अनुसंधान संस्थान है और जेएनयू एवं आईआईएससी की तुलना करना सेब और संतरे की तुलना के बराबर है। मैं अपने संकाय के सभी सदस्यों, छात्रों तथा गैर शिक्षण कर्मियों का आभार व्यक्त करती हूं। यह सम्मिलित प्रयास का परिणाम है।’’ उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय भविष्य में अऔर बेहतर प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ‘स्कूल ऑफ इंडियन लैंग्वेजिस’ शुरू करने जा रहा है। वे विज्ञान कार्यक्रमों को भी मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि वे आईआईएससी जितने अच्छे बन सकें।