शिवराज के घुसपैठ वाले आरोपों पर बोलीं JMM सांसद, 17-18 साल तक सत्ता में रहे तब याद नहीं आया

By अभिनय आकाश | Oct 07, 2024

जेएमएम सांसद महुआ माजी ने कहा कि वे (बीजेपी) 17-18 साल तक सत्ता में रहे तब उन्हें याद नहीं आया। झारखंड में उनके कई मुख्यमंत्री रहें। वो जो जनसांख्यिकीय की बात कर रहे हैं तो राज्य में अधिकांश जनसांख्यिकीय बदलाव उनके शासन के दौरान हुआ। उनके मुख्यमंत्रियों ने कुछ नहीं किया और यह बीएसएफ का कर्तव्य है कि सीमाओं से घुसपैठ को रोकना। यह केंद्र सरकार का भी कर्तव्य है अगर वे विफल हैं तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए ना। ये सब चुनावी जुमला है वे अपनी विफलता छुपाने के लिए ऐसा कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: झारखंड पुलिस ने हरियाणा, बिहार से पांच एटीएम चोरों को गिरफ्तार किया

केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान आरोप लगाया कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाली सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों को संरक्षण दे रही है और कहा कि राज्य में सत्ता में आने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को लागू करेगी। उन्होंने दावा किया कि झारखंड में ‘माटी, बेटी और रोटी’ खतरे में है। केंद्रीय कृषि मंत्री ने दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले रांची के बिरसा मुंडा हवाई अड्डे पर कहा कि भाजपा को केवल सत्ता में आने की चिंता नहीं है। झारखंड में घुसपैठ के कारण ‘माटी, बेटी और रोटी’ खतरे में है। उनकी रक्षा करने का हमने संकल्प लिया है। 

इसे भी पढ़ें: झारखंड के संथाल परगना से बांग्लादेशी घुसपैठियों को बाहर निकालेंगे : चंपई

चौहान झारखंड के चुनाव प्रभारी भी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विदेशी धरती से घुसपैठ हुई है और हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार उनका आधार और मतदाता पहचान पत्र बनाकर उन्हें संरक्षण दे रही है। उन्होंने कहा कि घुसपैठिये झारखंड में आ रहे हैं, यहां की बेटियों से शादी कर रहे हैं, जमीन खरीद रहे हैं और स्थानीय निकायों में अपना प्रभाव बढ़ा रहे हैं। यह बहुत खतरनाक है और इससे झारखंड बर्बाद हो रहा है।


प्रमुख खबरें

भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन, वैश्वविक नेताओं को पीएम मोदी ने दिए ये उपहार

NDA या INDIA... महाराष्ट्र और झारखंड में किसकी सरकार, शनिवार को आएंगे नतीजे, UP पर भी नजर

OpenAI ला रही वेब ब्राउजर, गूगल को मिल रही कांटे की टक्कर

लोकायुक्त संशोधन विधेयक विधान परिषद में पेश, नारा लोकेश ने गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता पर दिया जोर