By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 17, 2017
नयी दिल्ली। केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर में विकास की असीम संभावनाएं हैं और आने वाले समय में यह क्षेत्र स्टार्टअप के लिए पसंदीदा स्थान बनेगा। सिंह दो दिवसीय 12वें पूर्वोत्तर व्यवसाय सम्मेलन के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। आधिकारिक बयान के अनुसार सिंह ने कहा, ‘‘ पूर्वोत्तर राज्यों की संभावना असीम है और अभी भी उनकी क्षमता का पूरा दोहन नहीं हुआ है। क्षेत्र के विकास के लिए हमें उन संभावनाओं का पता लगाना चाहिए, जिनके बारे में हम नहीं जानते। अगर देश का एक क्षेत्र अल्प विकसित रहता है, तो देश विकसित नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीमावर्ती राज्यों को उच्च प्राथमिकता देते हैं।’’
उन्होंने कहा, 'गुजरात और महाराष्ट्र जैसे विकसित राज्यों की संभावनाओं का पूरा दोहन किया गया है और अब पूर्वोत्तर राज्यों की संभावनाओं को खोजने से नये भारत के निर्माण में योगदान होगा। प्रधानमंत्री इसके लिए हमें प्रेरित करते रहते हैं। भारत की लगभग 70 प्रतिशत आबादी 40 वर्ष से कम आयु की है और यह क्षेत्र इन युवाओं की आकांक्षाओं को पूरा कर सकता है। खासकर उस समय जब दूसरे क्षेत्रों में स्थिरता आ गई हो।’’ सिंह ने कहा, ‘‘केन्द्र सरकार ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में व्यवसाय करने की सुगमता सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाये हैं। सम्पर्क की समस्या हल करने पर बल दिया जा रहा है। अब तक रेल नक्शे से वंचित राज्यों तक रेल सेवाएं दी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जितेन्द्र सिंह ने कहा कि एक ऐसा दिन आएगा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र भारत में सभी स्टार्टअप के लिए पसंदीदा स्थान बन जाएगा। उन्होंने कारोबारी समुदाय से पूर्वोत्तर क्षेत्र में संभावना तलाशने का आग्रह किया।मिजोरम के राज्यपाल निर्भय शर्मा ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र से जुड़ी दृष्टि और स्पष्टता बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भविष्य में क्षेत्र के विकास के लिए एक स्पष्ट नजरिया और कार्य योजना होनी चाहिए और एक समय सीमा तय की जानी चाहिए।