By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 28, 2018
पटना। जदयू के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने आज कहा कि लोकतंत्र में सभी बराबर हैं। उन्होंने अपनी पार्टी के प्रवक्ताओं की उस टिप्पणी को खारिज कर दिया कि बिहार में जदयू 'बडे भाई' की भूमिका में है। वैशाली जिले में एक रोड शो के दौरान आरसीपी ने एक समाचार चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि बड़े भाई और छोटे भाई जैसे शब्द एक परिवार के लिए उपयुक्त हैं। लोकतंत्र में, गठबंधन में, सभी बराबर होते हैं। बिहार में राजग में भाजपा, जदयू, लोजपा और रालोसपा शामिल हैं। वे सभी एक साथ बैठकर अगले लोकसभा चुनावों के लिए सीट साझा करने के मुद्दे को हल करेंगे।
आरसीपी जदयू के राष्ट्रीय महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य होने के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश के विश्वासी माने जाते हैं। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह और अजय आलोक ने राज्य विधानसभा में अपनी पार्टी के विधायकों की अधिक संख्या को आधार बनाते हुए अगले लोकसभा चुनाव में बिहार की कुल 40 सीटों में राजग में अधिक सीट का हकदार होने की बात कही थी ।आरसीपी ने जदयू के कांग्रेस के नेतृत्व वाली सप्रंग में जाने की संभावना से इंकार करते हुए उसे डूबता जहाज की संज्ञा दी और कहा कि उससे हाथ मिलाने का कोई सवाल नहीं उठता है।
उल्लेखनीय है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में अकेले अपने दम पर चुनाव लडी जदयू को करारी हार मिलने के बाद पार्टी ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लडा था और भारी सफलता हासिल की थी। लेकिन रेलवे में होटल के बदले भूखंड मामले में राजद प्रमुख लालू प्रसाद के पुत्र तेजस्वी पर आरोप लगने पर तेजस्वी द्वारा जनता के बीच सफाई नहीं देने पर गत वर्ष जदयू ने महागठबंधन से नाता तोडकर भाजपा नीत राजग के साथ बिहार में नई सरकार बना ली थी।
चारा घोटाला के मामले में सजायाफ्ता और बीमार चल रहे लालू का आपरेशन होने पर नीतीश के लालू से फोन पर बातचीत करने के बारे में पूछे जाने पर आरसीपी ने कहा कि ऐसा नीतीश जी ने मानवीय दृष्टिकोण के तहत किया । इसका राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए ।