By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 22, 2019
बेंगलुरु। कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को उपचुनाव कराए जाएंगे। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मतगणना 24 अक्टूबर को कराई जायेगी। इस बीच जद (एस) ने स्पष्ट किया है कि वह उपचुनाव अकेले लड़ेगी। जिन सीटों पर उपचुनाव कराए जाएंगे उनका प्रतिनिधित्व अयोग्य ठहराये गये कांग्रेस-जद (एस) के पूर्व विधायक कर रहे थे। हालांकि अयोग्य ठहराये गये विधायकों का कहना है कि वे चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाये जाने की सोमवार को मांग करेंगे क्योंकि अयोग्य ठहराये जाने को चुनौती देने वाली उनकी याचिका उच्चतम न्यायालय के समक्ष लंबित है। जिन 15 सीटों पर उपचुनाव होगा उनमें अथानी, कगवाड, गोकाक, येलापुरा, हिरेकेरुर, रानीबेन्नूर, विजयनगर, चिकबल्लापुरा, के आर पुरा, यशवंतपुरा, महालक्ष्मी लेआउट, शिवाजिनगारा, होसाकोटे, के आर पेट और हुंसुर शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें: शिवकुमार की अपने बयानों की प्रति मांगने संबंधी याचिका पर HC 26 सितंबर को करेगा सुनवाई
मास्की और राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीटों के लिए चुनावों की घोषणा नहीं की गई है। दो सीटों पर उपचुनाव नहीं कराए जाने के बारे में सीईओ ने कहा कि इन्हें अभी नहीं कराया जा सकता क्योंकि 2018 के विधानसभा चुनावों से संबंधित चुनाव याचिकाएं उच्च न्यायालय में लंबित हैं जो उच्चतम न्यायालय में चल रहे 17 अयोग्य विधायकों के मामले से अलग है। विश्वास मत के दौरान कांग्रेस-जद (एस) के 17 विधायकों की अनुपस्थिति और इस्तीफे के बाद जुलाई में एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार गिर गई थी और उसके बाद भाजपा सत्ता में आई थी। इस बीच चुनाव की घोषणा होने के कुछ देर बाद पूर्व विधायकों के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और कानूनी विशेषज्ञों से मुलाकात करने की खबर है। येदियुरप्पा रात में दिल्ली के लिए रवाना हो रहे हैं। चुनावों की घोषणा होने पर प्रदेश भाजपा प्रमुख नलिन कुमार कतील ने कहा कि चुनाव आयोग ने 15 विधानसभा क्षेत्रों के लिए उपचुनाव का ऐलान किया है। अयोग्य विधायकों पर अदालत और चुनाव आयोग निर्णय करेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा सभी 15 सीटों पर जीत हासिल करेगी।
इसे भी पढ़ें: कांग्रेस और JDS का दावा, PM ने येदियुरप्पा को समय देने से किया इनकार
गौरतलब है कि भाजपा को सत्ता में बने रहने के लिए अधिक से अधिक सीटें जीतना जरूरी है। विधानसभा में भाजपा के पास एक निर्दलीय समेत 105 का संख्या बल है। 17 विधायकों को अयोग्य करार देने के बाद विधानसभा में कुल 208 सदस्य हैं। वहीं कांग्रेस के 66 विधायक हैं जबकि जद (एस) के विधायकों की संख्या 34 है।विधानसभा में एक बसपा और एक नामित सदस्य भी हैं।
विधानसभा की वास्तविक संख्या 225 सदस्यों की है और बहुमत के लिए 113 विधायकों की जरूरत है। जद (एस) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह यह उपचुनाव अकेले लड़ेगी। उसने कांग्रेस के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाई थी और लोकसभा चुनाव भी कांगेस के साथ गठबंधन में लड़ा था। जद (एस) नेता कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘ 21 अक्टूबर को कर्नाटक की 15 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा... मेरे विचार से, ये 15 सीटें राज्य के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण करेंगी। हमारी पार्टी पहले ही सभी 15 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसल कर चुकी है।’’
वहीं कांग्रेस ने होसाकोटे में उपचुनाव के लिए प्रचार की शुरुआत कर दी जिसमें प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया। सिद्धरमैया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘ 21 अक्टूबर को चुनाव का ऐलान हुआ है। हमें उपचुनाव की उम्मीद थी लेकिन यह उम्मीद नहीं थी कि यह अक्टूबर में होंगे। हमने सोचा था कि चुनाव नबंवर या दिसंबर में होंगे। चुनाव आयोग ने घोषणा की है और हम इसके लिए तैयार हैं।’’ जद (एस) के साथ गठबंधन पर उन्होंने कहा कि ‘‘आला कमान निर्णय करेगा और वे हमारी राय मांगेंगे।’’