By अनन्या मिश्रा | Mar 03, 2024
साफ-सुथरी कॉमेडी के सरताज रहे जसपाल भट्टी का 03 मार्च को जन्म हुआ था। भले ही आज जसपाल भट्टी हमारे बीच नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने मजेदार जोक्स से लोगों को खूब हंसाने का काम किया है। उन्होंने अपनी शानदार कॉमेडी से लोगों के दिलों में अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। हांलाकि उन्होंने अपने करियर की शुरूआत बतौर कॉमेडियन की थी। लोगों को हंसाना सबसे मुश्किल काम होता है, लेकिन जसपाल भट्टी ने जिस तरह से अपनी कला को दुनिया के सामने पेश किया, वह उनके जीवन से सीखा जा सकता है। तो आइए जानते हैं उनकी बर्थ एनिवर्सरी के मौके पर फेमस कॉमेडियन जसपास भट्टी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और शिक्षा
पंजाब के अमृतसर में 03 मार्च 1955 को जसपाल भट्टी का जन्म हुआ था। शुरूआती शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने चंडीगढ़ के पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। कॉमेडी करना जसपाल को हमेशा से बहुत भाता था। कॉलेज के दिनों से ही वह कॉमेडी में रुचि लेने लगे थे। उस दौरान जसपाल भट्टी ने एक क्लब बनाया था, जिसका नाम नॉनसेंस क्लब था। वहीं उन्होंने इस दौरान नुक्कड़ नाटक करना भी शुरूकर दिया था। जिसमें उनको अच्छी-खासी सफलता मिली। जसपाल भट्टी के स्ट्रीट शो को लोगों ने काफी ज्यादा पसंद किया। आपको बता दें कि बतौर कार्टूनिस्ट उन्होंने चंडीगढ़ में ट्रिब्यून अखबार में लंबे समय तक काम किया।
टीवी इंडस्ट्री में रखा कदम
जसपाल भट्टी को सीरियल 'उलटा-पुलटा' से टीवी में ब्रेक मिला और इसी शो से वह दर्शकों के बीच लोकप्रिय हुए। वहीं कार्टूनिस्ट होने के कारण वह आम आदमी से जुड़ी समस्याओं और व्यवस्थाओं पर भी व्यंग्य कसते थे। दर्शकों ने उनके काम को खूब सराहा और प्यार दिया। फिर 90 के दशक में वह दूरदर्शन के लिए एक नया शो लेकर आए। इस शो का नाम 'फ्लॉप शो' था। इस 'फ्लॉप शो' से उन्होंने बतौर कॉमेडियन अपनी पहचान बनाई।
इन फिल्मों में आए नजर
आपको बता दें कि जसपाल भट्टी ने टेलीविजन इंडस्ट्री में 'हाय जिंदगी बाय जिंदगी' 'फुल टेंशन', और 'थैंक्यू जीजाजी' जैसे कार्यक्रम किए। टीवी जगत में सफलता हासिल करने के बाद उन्होंने फिल्मों की ओर रुख किया। जसपाल ने 'कुछ ना कहो', 'कोई मेरे दिल से पूछे', 'फना', 'कुछ मीठा हो जाए', 'हमारा दिल आपके पास है', 'आ अब लौट चलें', 'इकबाल', 'कारतूस' आदि फिल्मों में काम किया।
मृत्यु
फेमस कॉमेडियन जसपाल भट्टी की 25 अक्तूबर 2012 को जालंधर के पास शाहकोट में कार एक्सीडेंट में मौत हो गई।