जामिया मिल्लिया इस्लामिया नवंबर से पीएचडी के उन शोधार्थियों के लिए परिसर खोल देगा जिन्हें इस साल के अंत तक अपनी थीसीज़ जमा करानी हैं। वहीं नवंबर से ही अंतिम वर्ष के विद्यार्थी भी प्रैक्टिकल एवं क्लिनिकल अभ्यास के लिए विश्वविद्यालय आ सकते हैं।
इस बाबत आदेश जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि विश्वविद्यालय ने सभी छात्रों, शिक्षकों, प्रशासनिक और सहायक कर्मचारियों को सलाह दी कि वे जल्द से जल्द टीका लगवाएं और कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार पर दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें।
बुधवार को जारी आदेश में कहा गया है कि सभी स्नातक, स्नातकोत्तर और डिप्लोमा कार्यक्रमों के लिए कक्षाएं और परीक्षा अगले आदेश तक ऑनलाइन माध्यम से आयोजित की जाएंगी। उसमें कहा गया है कि छात्रावास सुविधाएं अगले आदेश तक निलंबित रहेंगी।