By नीरज कुमार दुबे | Nov 22, 2024
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने 'हिंदू आतंकवाद' जैसे शब्दों का इजाद किया और उसे आगे बढ़ाया लेकिन उनके बेटे और राज्य सरकार के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह शायद अपने पिता के जैसी सोच नहीं रखते हैं। हम आपको बता दें कि कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह बागेश्वर धाम सरकार के नाम से मशहूर आध्यात्मिक नेता धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की हिंदू एकता यात्रा में शामिल हुए और कहा है कि हम सनातन के भक्त हैं और रहेंगे। बागेश्वर बाबा ने गुरुवार को मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में हिंदू एकता के लिए अपने समर्थकों के साथ 160 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की थी। नौ दिवसीय ‘‘हिंदू एकता पद यात्रा’’ बागेश्वर धाम से शुरू हुई जो निवाड़ी जिले के ओरछा में श्री राम राजा मंदिर में समाप्त होगी। ओरछा में श्रीराम को भगवान और राजा के रूप में पूजा जाता है तथा अक्सर भक्तों द्वारा इसे ‘‘दूसरी अयोध्या’’ कहा जाता है। इस दौरान आध्यात्मिक नेता ने कहा, ‘‘यह सभी सनातनियों को एक सूत्र में पिरोने के लिए है।’’ हम आपको बता दें कि यात्रा में उनके सैंकड़ों समर्थक ‘‘हिंदू राष्ट्र’’ की मांग वाली तख्तियां लिए हुए थे। यात्रा की शुरुआत में भाग लेने वालों में प्रदेश भाजपा प्रमुख और लोकसभा सांसद वीडी शर्मा और राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार भी शामिल थे।
जहां तक जयवर्धन सिंह के बयान की बात है तो आपको बता दें कि उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा है कि जात-पात को खत्म करने के लिए यह यात्रा जरूरी है। जयवर्धन सिंह का यह बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी देश में जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं जबकि जयवर्धन सिंह जात-पात को खत्म करने और हिंदू एकता की बात कर रहे हैं। जयवर्धन सिंह ने साथ ही यह भी कहा है कि यदि संत चाहते हैं तो सनातन बोर्ड का गठन करना चाहिए। जयवर्धन सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह शुरू से ही बागेश्वर सरकार के भक्त रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सनातन धर्म का पालन करते हैं और जातिवाद से ऊपर उठकर ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि सभी समाजों को एक प्रकार का सम्मान देंगे तभी समाज का भला होगा। हिंदू राष्ट्र के मुद्दे पर जयवर्धन सिंह ने कहा कि हिंदू धर्म की शुरुआत भारत से हुई है तो यह स्वाभाविक कि भारत हिंदू राष्ट्र होगा और यह तो हमने हमेशा माना है।