By रेनू तिवारी | Jun 20, 2023
8 जून को मिस वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन ने भारत को अपनी अगली प्रतियोगिता के स्थल के रूप में घोषित किया। यह प्रतियोगिता साल 2023 के अंत में आयोजित होने वाली है। इस प्रतियोगिता को भारत में आयोजित करने के पीछ मेजबानों ने अपनी मंशा भी जाहिर की है जिसमें कहा गया कि यह निर्णय देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, विविधता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता और महिलाओं को सशक्त बनाने के जुनून को मान्यता देता है। मिस वर्ल्ड की प्रतियोगिता दूसरी बार भारत में आयोजित होगी। इससे पहले 1996 में बेंगलुरु में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
मिस वर्ल्ड पेजेंट क्या है और इसकी मेजबानी कौन करता है?
मिस वर्ल्ड पेजेंट दुनिया की सबसे पुरानी ऐसी प्रतियोगिताओं में से एक है। अमेरिका की पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग सर्विस (पीबीएस) के मुताबिक 1951 में इसे ब्रिटेन में लॉन्च किया गया था। यह कार्यक्रम ब्रिटिश सरकार द्वारा ब्रिटेन के महोत्सव में आयोजित किया गया था। इसमें देश के नवीनतम औद्योगिक उत्पादों, तकनीकी नवाचारों और कलाओं को प्रदर्शित किया गया।
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का इतिहास
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता का आकार बढ़ाने और इसे पूरे विश्व में प्रसारित करने के लिए
आयोजकों ने लंदन की मनोरंजन कंपनी मक्का लिमिटेड का रुख किया। कंपनी के विज्ञापन निदेशक एरिक मॉर्ले वहां मौजूद थे। मॉर्ले ने फैसला किया कि प्रतियोगियों को टैन बिकनी पहनकर आंका जाना चाहिए। इस आयोजन में शामिल होने वाले देशों में से आयरलैंड और स्पेन समेत कई देशों ने इस पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि इस प्रतियोगिता में बिकनी पहनकर महिलाएं स्टेज पर नहीं चलेंगी। इस लिए इस प्रस्ताव में संशोधन करते हुए बिकनी की जगह तौलिये वाला बाथिंग सूट अपनाया गया। बाद में ब्रिटिश प्रेस द्वारा इसे "मिस वर्ल्ड" प्रतियोगिता का नाम दे दिया गया।इसकी सफलता के कारण इसे सालाना आयोजित किया गया। टेलीविजन के उदय ने इसकी लोकप्रियता को और अधिक ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया। टीवी पर इसके प्रसारण ने इस प्रतियोगिता को पूरी दुनिया में मशहूर बना दिया।
भारत में दूसरी बार होगी मिस वर्ल्ड की प्रतियोगिता
साल 2023 में 130 से अधिक देशों के प्रतियोगी भारत में अपनी अनूठी प्रतिभा, बुद्धिमत्ता और करुणा का प्रदर्शन करेंगे। वे कठिन प्रतियोगिताओं की एक सीरीज में भाग लेंगे, जिसमें प्रतिभा प्रदर्शन, खेल चुनौतियां और दान प्रयास शामिल हैं। नवंबर/दिसंबर 2023 में होने वाले ग्रैंड फाइनल से पहले प्रतिभागियों को शॉर्टलिस्ट करने के लिए कई राउंड होंगे।
1996 बार जब भारत ने टूर्नामेंट की मेजबानी की थी तो क्या हुआ था?
1991 में भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण ने विदेशी और निजी व्यवसायों को अधिक संख्या में प्रवेश करने की अनुमति दी, और कई अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों ने इसे अपने विस्तार के लिए एक महत्वपूर्ण नए बाजार के रूप में देखा।
1994 में, दो भारतीय महिलाओं, ऐश्वर्या राय और सुष्मिता सेन ने क्रमशः मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स का खिताब जीता। इससे इस क्षेत्र में प्रतियोगिता की लोकप्रियता बढ़ाने में मदद मिली।
मिस वर्ड की प्रतियोगिता भारत में कराने के बाद अमिताभ बच्चन की कंपनी को लगा था घटा!
राधिका परमेस्वरन, एसोसिएट डीन और इंडियाना यूनिवर्सिटी में हरमन बी. वेल्स संपन्न प्रोफेसर और अकादमिक, ने एक लेख में लिखा है कि उन्होंने इस आयोजन में महत्वपूर्ण व्यावसायिक वृद्धि देखी। यानी साबुन बनाने वाली कंपनियों से लेकर क्रेडिट कार्ड कंपनियों ने स्पॉन्सरशिप की पेशकश की। लेकिन इसकी मेजबानी करने के भारत के इरादे को झटका लगा। यह शो अभिनेता अमिताभ बच्चन की अमिताभ बच्चन कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एबीसीएल) द्वारा चलाया गया था, और कथित तौर पर प्रतियोगिता के बाद कंपनी को वित्तीय घाटे का सामना करना पड़ा।
मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता के खिलाफ पूरे भारत में हुए थे विरोध प्रदर्शन
1996 में, जब मिस वर्ल्ड पेजेंट बैंगलोर में आयोजित किया गया था तब देश में “आगजनी सहित कई विरोध प्रदर्शन हुए थे। नीसाल पोशाक का हिन्दुओं ने सांस्कृतिक पतन के रूप में विरोध किया। वामपंथी नेताओं ने यह भी कहा कि वैश्वीकरण और बाजार की ताकतों के उन्मुक्त होने से भारतीय महिलाओं और श्रमिकों को नुकसान होगा।
अखिल भारतीय महिला डेमोक्रेटिक फोरम ने मिस वर्ल्ड की पैरोडी करते हुए एक मॉक पेजेंट का आयोजन किया। यह खबरों में था। हालाँकि, मैच भारत में आयोजित किया गया था जब इसके विरोध में आगजनी में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।