By अभिनय आकाश | Aug 27, 2024
एक तरफ इजरायल भारत को जन्माष्टमी की बधाई दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ आतंकी संगठन हिजबुल्ला के रॉकेट हमलों का जवाब भी दे रहा है। इजरायल और हिजबुल्ला के बीच भयंकर हमले हो रहे हैं। मीडिल ईस्ट में तनाव बढ़ता जा रहा है। लेकिन इसी बीच कतर के एक अखबार अल जजीरा ने ऐसा दावा किया है जिसने मुस्लिम देशों को हिला कर रख दिया है। अलजजीरा ने कहा कि इजरायली सैनिकों ने गाजा की एक मस्जिद में रखी कुरान की प्रतियों को जला दिया। अल जजीरा के अरबी चैनल ने बताया कि इजरायली सैनिकों ने गाजा की बानी-सालेह मस्जिद में घुसकर कुरान का अपमान किया है और इसे जलाया है। फिलिस्तिनियों का आरोप है कि पिछले 10 महीनों इजरायल ने गाजा में 610 मस्जिदों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। हालांकि इजरायल का आरोप है कि हमास के आतंकी मस्जिदों में हथियार रखते हैं। मस्जिदों में रॉकेट लॉन्चर छुपा कर रखा जाता है।
मुस्लिम देशों से हमास की अपील
हाल ही में इजरायल ने दावा किया था कि हमास के आतंकी मस्जिदों में छुपकर रॉकेट से हमला करते हैं। ऐसे में अपनी सुरक्षा के लिए इजरायल को भी कदम उठाने पड़ते हैं। बहरहाल, कुरान के अपमान के बाद हमास ने मुस्लिम देशों से मदद मांगी है। हमास ने कहा कि हमें इजरायल के खिलाफ एकजुट होना पड़ेगा। मुस्लिम देशों को इजरायल के कदम की निंदा करनी चाहिए।
काहिरा में उच्च स्तरीय वार्ता बेनतीजा समाप्त
गाजा में इजराइल और हमास के बीच 10 महीने से जारी युद्ध पर अस्थायी विराम लगाने के लिए काहिरा में उच्च स्तरीय वार्ता बेनतीजा समाप्त हो गयी। अमेरिका के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। बहरहाल, वार्ता आने वाले दिनों में निचले स्तर पर जारी रहेगी। नाम गुप्त रखने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि निचले स्तर का वार्ता दल बाकी की असहमतियों का हल निकालने की उम्मीद से अमेरिका, कतर और मिस्र के मध्यस्थों से बातचीत करने के लिए काहिरा में मौजूद रहेगा। उन्होंने काहिरा में हुई हालिया वार्ता को सार्थक बताया और कहा कि सभी पक्ष एक अंतिम और लागू किए जा सकने वाले समझौते पर पहुंचने के लिए काम कर रहे हैं।
ईरान भी इजरायल पर हमले की तैयारी कर रहा
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिया की हत्या पर अपने देश की योजनाबद्ध जवाबी कार्रवाई का फिर से उल्लेख किया है। अराघची ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट किया, तेहरान में इजराइली आतंकवादी हमले पर ईरान की प्रतिक्रिया निश्चित है। हमें तनाव बढ़ने का डर नहीं है, फिर भी हम इजराइल के विपरीत ऐसा चाहते नहीं हैं।