By दीपक कुमार मिश्रा | Nov 21, 2019
पिछले साल विराट की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इतिहास रचा था। पहली बार टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज अपने नाम किया था। यह 71 साल के इतिसाह में पहली बार था जब कोई भारतीय कप्तान कंगारू टीम को उन्हीं के घर में जाकर टेस्ट सीरीज में मात देकर लौटा था। इससे पहले बड़े से बड़े दिग्गज यह कारनामा नहीं कर पाए थे। टेस्ट सीरीज में 2-1 से मिली इस हार ने ऑस्ट्रेलिया को अंदर से हिला दिया है। विराट कोहली की इस टीम के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया अब जलन भरी निगाहों से देख रहा है। टीम इंडिया के खिलाफ कंगारू टीम बदले की आग लेकर बैठी है। क्रिकेट के मैदान पर यह दुश्मनी दिखाई देने लगी है। कंगारू टीम भारत के खिलाफ एक ऐसा सपना देख रही है जो किसी भारतीय क्रिकेट फैंस को पसंद नहीं आएगा। लेकिन क्या कंगारू टीम का यह सपना पूरा हो सकता है। क्योंकि मौजूदा भारतीय टीम को देखकर लगता है कि यह सपना मुश्किल ही नहीं नामुम्किन है।
दरअसल साल 2019 में घर में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ अपनी साख नहीं बचा पाई। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच जस्टिन लैंगर क्या सपना देख रहे हैं। भारत के खिलाफ सीरीज को लेकर बात करते हुए लैंगर ने कहा है कि “भारत में जीतना हमेशा से कठिन रहा है लेकिन बीते कुछ सालों में हमने यही लक्ष्य रखा है और आने वाले समय में हम भारत को उसके घर में कड़ी टक्कर देंगे और हम इसी दिशा में अभी से मेहनत कर रहे हैं”।
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गौरतलब है कि भारतीय टीम आखिरी बार साल 2012 में कोई सीरीज अपने घर में हारी थी। इंग्लैंड के खिलाफ 2012 में टीम इंडिया को 4 मैचों की सीरीज में 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। 2012 के बाद टीम इंडिया अपने घरेलू मैदान पर लगातार 11 टेस्ट सीरीज जीत चुकी है। कोलकाता टेस्ट में अगर टीम इंडिया बांग्लादेश के खिलाफ मैदान मार लेती है तो फिर ये 12 वीं टेस्ट सीरीज भारतीय टीम का नाम होगी। यानि कि टीम इंडिया विजयरथ पर सवार है और इस विजयरथ को रोकने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम अभी से कमर कस रही है। दरअसल जो रुतबा आज के समय में टीम इंडिया की है वही जलवा किसी जमाने में ऑस्ट्रेलियाई टीम की होती थी।
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने आखिरी बार भारत में साल 2004 में कोई टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी। 2004 में 4 मैचों की सीरीज में भारत को 1-2 से हार का सामना करना पड़ा था। 2004 के बाद 4 बार ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आ चुकी है और हर सीरीज में कंगारूओं को टीम इंडिया ने धुल चटाने का काम किया है। 2004 के बाद भारत में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 14 मुकाबले खेले हैं जिसमें से 10 में ऑस्ट्रेलिया को हार का सामना करना पड़ा है। 3 मैच ड्रॉ रहे हैं वही 1 टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली है।
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अब भला इतने खराब प्रदर्शन के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई कोच जस्टिन लैंगर भारत में टेस्ट सीरीज जीतने का सपना कैसे देख रहे हैं ये हर किसी के समझ से परे हैं। वैसे भी फिलहाल टीम इंडिया वर्ल्ड क्रिकेट में सबसे मजबूत टीम मानी जा रही है। टीम इंडिया अपने घर में एक पहेली की तरह है। जिसके सामने हर टीम घुटने टेक देती है। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका जैसी टीम भारत में टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करवा कर गई है। इसके अलावा भारतीय टीम अब विदेश में भी अपना रूतबा बता रही है। पहले भारत विदेशी जमीन पर डगमगा जाता था। लेकिन अब यह टीम दुनिया के किसी भी कोने में जीतने का दम रखती है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम सबसे ज्यादा 300 अंक के साथ टॉप पर है। इस टीम ने अभी तक 6 मैच खेले है और 6 में जीत दर्ज की है। भारतीय टीम के बाद दूसरा नंबर न्यूजीलैंड का है जिसके सिर्फ 60 अंक है। भारत के इस तरह के प्रदर्शन को देखकर यह तो साफ कहा जा सकता है अपने घर में टीम इंडिया के चक्रव्यूह को भेद पाना आसान नहीं होगा।
वैसे जस्टिन लैंगर को भारत में जीतने के सपने देखने की बजाय अगले साल होने वाली सीरीज पर फोकस करना चाहिए। अगले साल 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया जाएगी। जहां विराट कोहली एक बार फिर से 2018 वाली कहानी दोहराने की कोशिश करने वाले हैं।
दीपक कुमार मिश्रा