By सूर्या मिश्रा | Jan 07, 2023
अपनी अदाकारी से अपने फैंस के दिलों पर राज करने वाले अभिनेता इरफ़ान खान ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन से की थी जिनमें चाणक्य, भारत एक खोज, चंद्रकांता जैसे धारावाहिक शामिल है, फ़िल्मी करियर की शुरुआत उन्होंने 'सलाम बॉम्बे' फिल्म में एक छोटे से रोल से की, बहुत सी फिल्मों में छोटे-छोटे रोल करने के बाद मकबूल, रोग, लाइफ इन मेट्रो जैसी फिल्मों से उनको बॉलीवुड में पहचान मिली।
पदम श्री से सम्मानित अभिनेता इरफ़ान खान का जन्म 7 जनवरी 1967 को राजस्थान के टोंक में हुआ था। इरफ़ान खान का पूरा नाम साहबजादे इरफ़ान अली खान था। इनके पिता का नाम जागीरदार खान था जो टायरों का व्यापार करते थे। अपने 32 सालों के करियर में इरफ़ान ने पचास से अधिक फिल्मों में काम किया था। 2018 में इरफ़ान ने फैंस को अपने कैंसर से बीमार होने की जानकारी दी थी। दो साल बाद इरफ़ान जिंदगी की जंग हार गए। इरफ़ान को लीक से हटकर रोल करने का शौक था और इस शौक में उनकी बोलती हुई आंखें उनका पूरा साथ देती थी।
अभिनेता जो हर रोल में था फिट
इरफ़ान अपनी शानदार अदाकारी के बलबूते सभी के दिलो पर राज करते थे, इरफ़ान ऐसे अभिनेता थे जो किसी भी रोल में आसानी से फिट हो जाते थे, चाहे वो कोई रोमांटिक किरदार हो या करीब-करीब सिंगल का मस्तमौला युवा या फिर हिंदी मीडियम और अंग्रेजी मीडियम का जिम्मेदार पिता हो या लंचबॉक्स का कोई गैर रोमांटिक किरदार, सभी में इरफ़ान अपने शानदार अभिनय से जान डाल देते थे। इरफ़ान खान जुबान के साथ ही आंखो से भी संवाद अदायगी करते थे। इरफ़ान ने फिल्म इंडस्ट्री में जो स्थान हासिल किया वह उनके कड़े परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने हॉलीवुड में भी अपने अभिनय का सिक्का जमाया था, हॉलीवुड में उन्होंने जुरासिक पार्क और माइटी हर्ट जैसी फिल्मों में काम किया। इरफ़ान ने 1988 में आई मीरा नायर की फिल्म सलाम बॉम्बे से शुरुआत की थी, इसके बाद उन्होंने एक डॉक्टर की मौत, कसूर, पान सिंह तोमर, लंचबॉक्स, लाइफ ऑफ़ पाई, पीकू, हिंदी मीडियम, तलवार जैसी फिल्मों में अभिनय किया
बीमारी में भी करते रहे अभिनय
2018 में इरफ़ान न्यूरो इंड्रोकाईन ट्यूमर नाम की बीमारी से ग्रसित हो गए थे, विदेश से बीमारी का इलाज कराकर लौटने के बाद इरफ़ान फिर से फिल्मों में सक्रिय हो गए थे, उन्होंने अंग्रेजी मीडियम फिल्म की शूटिंग पूरी की। लेकिन इस फिल्म के बाद उनकी सेहत ख़राब हो गयी और वह फिल्म के प्रमोशन में भाग नहीं पाए।
पिता कहते थे इरफ़ान को ब्राह्मण
पठान परिवार में जन्म लेने के बाद भी इरफ़ान खान शाकाहारी थे उन्हें मांसाहार पसंद नहीं था। इरफ़ान को पिता जंगल में शिकार ले जाते थे जो इरफ़ान को पसंद नहीं था इरफ़ान को जानवरों से बेहद लगाव था। इरफ़ान के पिता कहते थे पठान के घर में ब्राह्मण पैदा हो गया है।