By अंकित सिंह | Jul 12, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार पहुंचने वाले हैं। प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा में बने स्मृति स्तंभ का अनावरण करेंगे। इसको लेकर पिछले कई दिनों से तैयारियों का दौर लगातार जारी है। इन सब के बीच एक ऐसी खबर आई है जो कि कहीं ना कहीं एक गंभीर चूक है। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी के इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कांग्रेस के एक दिवंगत नेता को नेवता भेजा गया है। कांग्रेस के दिवंगत नेता का नाम अब्दुल हई पयामी है। अब्दुल हई पयामी ने 1980 के दशक में लौकाहा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था और उन्होंने चार साल पहले अंतिम सांस ली थी। उत्तर बिहार के मधुबनी जिले के कांग्रेस कार्यकर्ता उस समय हैरान रह गए है।
कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शीतलांबर झा ने कहा कि जब पयामी साहब के नाम पर निमंत्रण पत्र आया तो हम अवाक रह गए। विधानसभा अधिकारियों को पता होना चाहिए कि वह अब इस दुनिया में नहीं रहे। वहीं, विधानसभा सचिवालय ने कहा कि ‘सभी मौजूदा और पूर्व विधायकों व विधान परिषद सदस्यों’ को विधानसभा परिसर के शताब्दी वर्ष के तहत आयोजित होने वाले समारोह में आमंत्रित किया गया है। हालांकि, नाम न जाहिर करने की शर्त पर अधिकारियों ने स्वीकार किया कि एक मृत व्यक्ति को आमंत्रितों की उस सूची में शामिल करना, जिसे विशेष सुरक्षा समूह (एसपीजी) द्वारा अनुमोदित किया गया था, एक ‘गंभीर चूक’ थी।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार विधानसभा भवन की शताब्दी के अवसर पर इसके परिसर में बनाए गए स्मृति स्तंभ का मंगलवार को अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी झारखंड के देवघर से शाम करीब पांच बजे पटना हवाई अड्डे पहुंचेंगे। बिहार के राज्यपाल फागु चौहान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा उनकी अगवानी करेंगे। कार्यक्रम के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इस स्मृति स्तंभ का निर्माण करीब तीन करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। यह स्तंभ ऐतिहासिक स्थल के वास्तुशिल्प को ध्यान में रखते हुए निर्मित किया गया है। 40 फुट की इस संरचना का निर्माण बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग (बीसीडी) ने किया है। स्तंभ के शीर्ष पर बिहार का प्रतीक बोधि वृक्ष है, जिसे कांस्य से बनाया गया है। स्तंभ की आधारशिला पिछले साल 21 अक्टूबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रखी थी।