By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 13, 2019
चेन्नई। कानून को चुनिंदा रूप से लागू नहीं करने पर जोर देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को कहा कि अगर उनके जीजा रॉबर्ट वाड्रा की जांच हो सकती है तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी राफेल सौदे में उनकी कथित भूमिका के लिये जांच होनी चाहिये। उन्होंने यह भी कहा कि आर्थिक वृद्धि सीधे-सीधे देश के मिजाज से जुड़ी है और नकारात्मक व डर के माहौल में आप इसकी उम्मीद नहीं कर सकते। एक कॉलेज में यहां छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के मिजाज को बदल देगी और लोगों को खुश एवं सशक्त महसूस कराएगी। कांग्रेस अध्यक्ष ने छात्राओं से कहा कि वे उन्हें राहुल कहकर पुकारें। अपने जीजा रॉबर्ट वाड्रा पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कानून सभी पर समान रूप से लागू होना चाहिए और न कि चुनिंदा तरीके से।
वाड्रा के खिलाफ विदेश में संपत्ति खरीदने को लेकर धनशोधन के जुड़े मामले और राजस्थान के बीकानेर जिले में जमीन खरीद के मामले में जांच चल रही है। छात्रों के साथ अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने राफेल सौदे का मुद्दा भी उठाया और विमान की कीमतों एवं खरीद प्रक्रिया को लेकर अपने आरोप दोहराए। गांधी ने कहा, “मैं यह कहने वाला पहला शख्स होउंगा... रॉबर्ट वाड्रा की जांच करें लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी जांच करें।” एक सवाल के जवाब में राहुल ने आरोप लगाया कि मोदी एक ‘‘भ्रष्ट’’ व्यक्ति हैं, उन्होंने बातचीत की अनदेखी की और राफेल सौदे में समानांतर बातचीत की। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री में मीडिया का सामना करने का साहस होना चाहिए और पूछा कि मोदी क्यों “छिप रहे हैं।” भाजपा और सरकार राफेल लड़ाकू विमान सौदे में भ्रष्टाचार के कांग्रेस के आरोपों से बार-बार इनकार करती रही है।
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उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा का इरादा देश के सभी संस्थानों पर कब्जा कर लेना और उन्हें संघ के मुख्यालय, नागपुर से संचालित करना है। गांधी ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो महिला आरक्षण विधेयक पारित करेगी। इस बयान पर उत्साह में आई भीड़ के समक्ष उन्होंने कहा, “नेतृत्व वाली जगहों पर पर्याप्त महिलाएं नहीं दिखती हैं। आप सत्ता में महिलाओं को तब तक नहीं देख सकते जब तक कि उनके प्रति नजरिए में बदलाव नहीं आता।” उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें अपनी मां सोनिया गांधी से प्रेम एवं विनम्रता की सीख मिली है। गांधी ने छात्राओं से पूछा, “क्या आपको नोटबंदी पसंद आई? जब छात्राओं ने ‘न’ में जवाब दिया तो उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि नोटबंदी ने जो नुकसान किया है, वह काफी साफ है। प्रधानमंत्री को आपसे सलाह लेनी चाहिए थी।” गांधी ने छात्राओं से कहा कि वे उन्हें चुनौती दें और “असहज करके दिखाएं।” साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतनी बड़ी भीड़ के बीच खड़े होकर लोगों के सवालों का जवाब दे सकते हैं।