By अभिनय आकाश | Nov 14, 2024
आंध्र प्रदेश विधानसभा में एक नाटकीय सत्र में मंत्री नारा लोकेश ने वाईएसआरसीपी पर निशाना साधते हुए उन पर उनकी मां का अपमान करते हुए महिलाओं के दुर्व्यवहार पर चुप रहने का आरोप लगाया। नेताओं के बीच इस विवादास्पद आदान-प्रदान के कारण उनके पिता चंद्रबाबू नायडू ने कसम खाई कि जब तक वे सत्ता में नहीं रहेंगे तब तक वे विधानसभा में नहीं लौटेंगे। इस स्थिति ने नेतृत्व आचरण के बारे में बहस छेड़ दी है। आंध्र प्रदेश के विधायक और मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू के बेटे ने आज राज्य विधानसभा में वाईएस जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस पर हमला बोला और उन पर उनकी मां का अपमान करने और फिर भाग जाने का आरोप लगाया।
सदन में एक भावनात्मक भाषण में उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री पर राज्य में हाल के विधानसभा चुनावों में टिकट देकर उनका बचाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने अपने बयान को एक्स पर भी शेयर किया जिसमें कहा कि एक विधायी गवाह के रूप में मेरी माँ का अपमान किया गया। क्या आपको उस दिन मेरी माँ का अपमान याद नहीं है? हमने जगन के परिवार के बारे में कभी बात नहीं की। चंद्रबाबू हर दिन विधानसभा आते थे। मेरी मां का अपमान करने के बाद वे बैठक से बाहर चले गये। लोकेश ने कहा कि अब मैं वाईसीपी से सवाल कर रहा हूं कि आपके विधायक क्यों नहीं आए। जब आपने मेरी मां का अपमान करने वालों को वाईसीपी टिकट दिया, तो क्या आपने उनका बचाव नहीं किया था?
दरअसल वाईएसआर कांग्रेस द्वारा बजट सत्र का बहिष्कार करने के बाद नारा लोकेश का यह हमला सामने आया है। वाईएसआर कांग्रेस के विधायकों की संख्या चुनावों में करारी हार के बाद अब केवल 11 रह गई है। लोकेश ने अपने पिता चंद्रबाबू नायडू की विधानसभा में उपस्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने केवल अपनी पत्नी के अपमान के बाद ही विधानसभा छोड़ने का फैसला किया था।