By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 23, 2021
नयी दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि उद्योग पुनरुद्धार की राह पर है और कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बावजूद विनिवेश सहित कई अन्य बजट प्रस्ताव पटरी पर हैं। ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ और ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ द्वारा बृहस्पतिवार को आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि सरकार महामारी की दूसरी लहर के बीच दवाओं और ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि दूसरी लहर कई स्तरों पर चुनौतीपूर्ण है लेकिन सरकार निर्णय ले रही है।
सरकार ने मेडिकल ऑक्सीजन का आयात करने और दवाओं की आपूर्ति बढ़ाने का फैसला किया है। वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘हमें कुछ इंतजार करना होगा और उसके बाद हम फैसला करेंगे। लेकिन फिलहाल गतिविधियां हो रही हैं। उद्योग अभी पुनरुद्धार की राह पर है, ऐसे में मैं जल्दबाजी में कुछ नहीं करूंगी। ’’ उन्होंने कहा कि विनिवेश और विकास वित्त संस्थान (डीएफआई) की स्थापना के बजट प्रस्ताव सही दिशा में हैं। सीतारमण ने कहा, ‘‘आज सुबह मेरी सचिवों के साथ बैठक हुई। विनिवेश, डीएफआई आदि सभी बजट प्रस्ताव पटरी पर हैं।’’ सरकार ने चालू वित्त वर्ष में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इनमें दो बैंकों और एक सरकारी बीमा कंपनी का निजीकरण भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 2020 की तरह इस बार देशभर में व्यापक स्तर पर लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा।
महामारी की दूसरी लहर के बीच देश के कुछ हिस्सों में स्थानीय स्तर पर नियंत्रण लगाया गया है। इससे लोगों और सामान की आवाजाही प्रभावित हो रही है। वित्त मंत्री ने कहा कि यह कहना जल्दबाजी होगा कि ये अंकुश इस सप्ताह के बाद भी भारत को प्रभावित करेंगे या नहीं। भारत-यूरोपीय संघ व्यापार करार के बारे में सीतारमण ने कहा कि सरकार के लिए अमेरिका और यूरोपीय संघ के साथ व्यापार करार महत्वपूर्ण है। भारत और यूरोपीय संघ के बीच मुक्त व्यापार करार को लेकर वार्ता मई, 2013 से रुकी गई है। यह वार्ता जून, 2007 में शुरू हुई थी।