भारत की आर्थिक वृद्धि 2020-21 में दो प्रतिशत घट सकती है: यशवंत सिन्हा

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 27, 2020

नयी दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कोरोना वायरस महामारी और 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन के चलते अगले वित्त वर्ष में भारत की आर्थिक वृद्धि दर में दो प्रतिशत तक गिरावट की आशंका है। सिन्हा ने कहा कि भारत पहले ही भारी बेरोजगारी का सामना कर रहा है और इस महामारी ने संकट और बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा खुद का अनुमान है कि 21 दिन तक देशव्यापी बंद को लागू करने से जीडीपी में कम से कम एक प्रतिशत की कमी आएगी। और अगर आप बंद से पहले कोरोना वायरस महामारी के चलते पैदा हुई समस्याओं और भविष्य की अनिश्चिताओं को संज्ञान में लें तो फिर 2020-21 की वृद्धि दर में दो प्रतिशत गिरावट की आशंका है।’’ पिछले कुछ वर्षों में मोदी सरकार की नीतियों को लेकर काफी मुखर रहे सिन्हा ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अब सात से आठ तिमाहियों के लिए गिरावट की ओर है और यह गिरावट कोरोना वायरस महामारी से बहुत पहले शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम गरीबी को प्रभावी ढंग से कम करना चाहते हैं तो हमें कम से कम आठ प्रतिशत की दर से बढ़ना होगा, इसकी तुलना में हम पांच प्रतिशत की दर से बढ़ रहे हैं।’’ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के 1.7 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज के बारे में सिन्हा ने कहा कि इसकी लागत 1.7 लाख करोड़ रुपये से अधिक होगी, जिसका अर्थ है कि सरकार का वित्तीय घाटा एक प्रतिशत बढ़ जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार के वित्त पर दबाव डालेगा, जिसका अर्थ है कि सरकार के पास निवेश के लिए कम पैसा बचेगा।इसलिए, यह एक बहुत ही गंभीर स्थिति है और संकट पर काबू पाने के लिए हमें सभी प्रकार के नए उपायों की आवश्यकता है।’’ 

 

इसे भी पढ़ें: राष्ट्रपति ने कोरोना वायरस से लड़ाई में समाज की सामूहिक शक्ति को बताया महत्वपूर्ण

सरकार ने गुरुवार को 1.7 लाख करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा की थी, जिसमें गरीबों को तीन महीने के लिए मुफ्त खाद्यान्न और रसोई गैस देना शामिल है। इसके अलावा महिलाओं और गरीब वरिष्ठ नागरिकों को नकद राशि दी जाएगी। यह पूछे जाने पर कि मौजूदा परिस्थितियों में क्या भारत 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है, उन्होंने कहा कि किसी भी मामले में यह संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि ‘‘सामान्य परिस्थितियों में भी हम भारत को 2030 या 2032 तक 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था नहीं बना पायेंगे।अब इस महामारी जिसका प्रभाव पूरी दुनिया पर है, हमें अपना लक्ष्य आगे खिसकाना होगा।

प्रमुख खबरें

आतिशी को फर्जी केस में फंसाया जा रहा, अरविंद केजरीवाल बोले- जब तक जिंदा हूं, मुफ्त बस यात्रा नहीं रुकने दूंगा

मौका मौका हर बार धोखा... Delhi में AAP और BJP के खिलाफ कांग्रेस ने जारी किया आरोप पत्र

Atal Bihari Vajpayees 100th Birth Anniversary: राष्ट्र निर्माण के ‘अटल’ आदर्श की शताब्दी

Giani Zail Singh Death Anniversary: देश के पहले सिख राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के कार्यकाल में किया गया था ऑपरेशन ब्लू स्टार